Edited By Jagdev Singh, Updated: 01 Jan, 2020 06:48 PM
गृह मंत्री अमित शाह नागरिकता संशोधन कानून को लेकर फैले भ्रम को दूर करने के लिए 12 जनवरी को जबलपुर पहुंच रहे हैं। इस दौरान अमित शाह अपने इस एक दिवसीय दौरे में एक विशाल जनसभा को संबोधित कर नागरिकता कानून को लेकर जानकारी देंगे। शाह के आगमन को लेकर...
जबलपुर: गृह मंत्री अमित शाह नागरिकता संशोधन कानून को लेकर फैले भ्रम को दूर करने के लिए 12 जनवरी को जबलपुर पहुंच रहे हैं। इस दौरान अमित शाह अपने इस एक दिवसीय दौरे में एक विशाल जनसभा को संबोधित कर नागरिकता कानून को लेकर जानकारी देंगे। शाह के आगमन को लेकर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने आधिकारिक जानकारी दी और आयोजन को भव्य बनाने का दावा भी किया है। यही नहीं, इस आयोजन में विभिन्न सामाजिक संस्थाओं एवं अन्य सभी राजनीतिक दलों को आमंत्रित किया गया है।
नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में जिस तरह से देश के विभिन्न राज्यों में फैली विरोध की आग से मध्य प्रदेश भी अछूता नहीं है। ऐसे सभी राज्यों में नागरिकता संशोधन कानून के जन जागरण के लिए भारतीय जनता पार्टी की ओर से बड़ी रणनीति तैयार की गई है। रणनीति के तहत अलग-अलग राज्यों में सरकार का केंद्रीय नेतृत्व जन जागरण के कार्यक्रम आयोजित कर रहा है।
वहीं इसी कड़ी में देश के गृह मंत्री एवं बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह संस्कारधानी जबलपुर में 12 जनवरी को नागरिकता संशोधन कानून के जन जागरण के लिए विशाल आमसभा को संबोधित करेंगे। प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा कि विपक्ष नागरिकता संशोधन कानून को लेकर लगातार दुष्प्रचार कर रहा है, लेकिन एनडीए और बीजेपी मिलकर संकल्पित है कि वह सकारात्मक तरीके से लोगों को नागरिकता देने वाले इस कानून के प्रति जागरूक करेगा।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने यह भी बताया कि इस कार्यक्रम में अमित शाह देश के गृह मंत्री के बतौर शिरकत कर रहे हैं। ऐसे में इस कार्यक्रम में विभिन्न सामाजिक संस्थाओं एवं अन्य सभी राजनीतिक दलों को आमंत्रित किया गया है, ताकि सभी मिल- जुलकर इस कानून के प्रति जन जागरण कर सकें। इस कार्यक्रम के माध्यम से गृह मंत्री लोगों से संवाद भी करेंगे। 12 जनवरी को प्रस्तावित इस कार्यक्रम का स्थान एवं समय तय नहीं किया गया है।
वहीं आयोजन को लेकर साथ मध्य प्रदेश में सियासत भी गरमा सकती है, क्योंकि बीजेपी के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के इंदौर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान जिस तरह से सियासी गतिरोध देखने को मिला था। ऐसे में अब नागरिकता संशोधन कानून के जन जागरण के लिए आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम क्या होगा, यह देखने वाली बात होगी।