Edited By meena, Updated: 10 Dec, 2019 03:24 PM
मध्य प्रदेश के हरदा जिले के जाट समाज ने हिंदी फिल्म पानीपत का विरोध किया है। फिल्म के निर्माता आशुतोष गोवारिकर का पुतला भी दहन किया गया। जाट समाज का कहना है कि फिल्म में इतिहास को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है...
हरदा: मध्य प्रदेश के हरदा जिले के जाट समाज ने हिंदी फिल्म पानीपत का विरोध किया है। फिल्म के निर्माता आशुतोष गोवारिकर का पुतला भी दहन किया गया। जाट समाज का कहना है कि फिल्म में इतिहास को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है। इसमें एक सफेद झूठ के द्वारा भरतपुर नरेश महाराजा सूरजमल के विराट चित्रण को धूमिल करने का प्रयास किया गया ।
प्रदर्शकारियों ने तहसीलदार अलका एक्का को प्रधानमंत्री के नाम से सामूहिक ज्ञापन सौंपा। जाट समाज के अनुसार, फिल्म 'पानीपत' में महाराजा सूरजमल को लालची व अभद्र भाषा बोलने वाले किरदार के रूप में दिखाया गया, जो कि सच्चे इतिहास के वास्तविक स्वरूप से किसी प्रकार से मेल नहीं खाता। इस प्रकार के कृतज्ञ के द्वारा एक ऐतिहासिक महापुरुष के चरित्र को जानबूझकर धूमिल करने का प्रयास किया गया।
इसके बाद जिले में स्थित प्रताप टॉकीज के गेट के सामने जाकर फिल्म निर्देशक आशुतोष गोवरीकर का पुतला दहन किया गया। इसके साथ ही फिल्म निर्देशक के नाम के नारे लगाए गए और टॉकीज के संचालक को सूचना दी गई कि यह फिल्म जल्द से जल्द बंद की जाए। उसके बाद टॉकीज में लगे फ़िल्म के पोस्टरों को जाट समाज के लोगों ने वहां से हटवा दिया। टॉकीज के मालिक ने फिल्म को बंद करने का आश्वासन दिया। इस मौके पर महाराजा सूरजमल फाउंडेशन के प्रदेश अध्यक्ष प्रहलाद पटेल तथा नर्मदा क्षेत्रीय जाट समाज के सामाजिक बंधु और युवा उपस्थित हुए।