Edited By Vikas kumar, Updated: 10 Sep, 2019 06:52 PM
बीजेपी 11 सिंतबर को प्रदेशभर में कमलनाथ सरकार के खिलाफ घंटानाद आंदोलन करने जा रही है। बीजेपी का आरोप है कि कमलनाथ सरकार कुभंकर्णी नींद सोई हुई है, ऐसे में उन्हें घंटे-मजीरों से जगाना जरुरी हो गया है। बीजेपी के तमाम बड़े नेता जिला मुख्यालयों में...
भोपाल: बीजेपी 11 सिंतबर को प्रदेशभर में कमलनाथ सरकार के खिलाफ घंटानाद आंदोलन करने जा रही है। बीजेपी का आरोप है कि कमलनाथ सरकार कुभंकर्णी नींद सोई हुई है, ऐसे में उन्हें घंटे-मजीरों से जगाना जरुरी हो गया है। बीजेपी के तमाम बड़े नेता जिला मुख्यालयों में कलेक्टर कार्यालय के बाहर घंटे-घड़ियाल और ढोल-मंजीरों के साथ पहुंचकर प्रदर्शन करेंगे।
इन मुद्दों को लेकर बीजेपी जनता के बीच जाएगी
बीजेपी ने कमलनाथ सरकार पर 9 महीने में जनता के वायदों की अनदेखी के आरोप लगाए हैं। बीजेपी के अनुसार किसानों से लेकर युवा और महिलाओं से लेकर बच्चे इस सरकार में सभी परेशान हैं। बीजेपी ने इस आंदोलन में किसान कर्जमाफी, युवा स्वाभिमान योजना, युवाओं को बेरोजगारी भत्ता न मिलना, बिजली के बढ़े हुए बिल जैसे मुद्दों के साथ-साथ कांग्रेस नेताओं के बीच मचे घमासान को भी जनता के बीच ले जाने का फैसला किया है।
इन नेताओं को मिली जिम्मेदारी
विदिशा में घंटानाद आंदोलन का ज़िम्मा पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को दिया गया है तो सीहोर में नरोत्तम मिश्रा, बालाघाट में गौरीशंकर बिसेन, मुरैना में उमाशंकर गुप्ता, शिवपुरी में माया सिंह, अशोकनगर में जयभान सिंह पवैया, सागर में प्रभात झा, टीकमगढ़ में वीरेंद्र खटीक, दमोह में जयंत मलैया, जबलपुर ग्रामीण में गोपाल भार्गव को दिया गया है।