Edited By Vikas kumar, Updated: 18 Sep, 2019 04:40 PM
राजस्थान में बसपा विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने के बाद बाद मप्र की सियासत गर्माई हुई है। वही, मायावती भी राजस्थान में हुई इस घटनाक्रम से काफी नाराज है। 6 विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने के बाद नाराज मायावती ने कहा कांग्रेस गैर भरोसेमंद और...
भोपाल: राजस्थान में बसपा विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने के बाद बाद मप्र की सियासत गर्माई हुई है। वही, मायावती भी राजस्थान में हुई इस घटना क्रम से काफी नाराज है। छह विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने के बाद नाराज मायावती ने कहा कांग्रेस गैर भरोसेमंद और धोखेबाज पार्टी है। मप्र बसपा विधायक संजीव कुशवाहा ने कांग्रेस में जाने को लेकर कहा कि मप्र में राजस्थान जैसी स्थिति नहीं है हम कांग्रेस में शामिल नहीं होंगे। मायावती एमपी को लेकर सतर्क हो गई है और आने वाले दिनों में बड़ा कदम उठा सकती है।
दरअसल, मंगलवार को राजस्थान में बहुजन समाजवादी पार्टी के सभी छह विधायक कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। जिसके बाद मायावती न कहा राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की सरकार ने एक बार फिर बीएसपी के विधायकों को तोड़कर गैर-भरोसेमंद व धोखेबाज पार्टी होने के प्रमाण दिया है। बीएसपी मूवमेंट के साथ विश्वासघात है जो दोबारा तब किया गया जब बीएसपी वहां कांग्रेस सरकार को बाहर से बिना शर्त समर्थन दे रही है।
गाजे-बाजे के साथ करेंगे घोषणा, संजीव कुशवाहा
बसपा विधायक संजीव कुशवाहा ने कहा अगर भविष्य में ऐसी कोई स्थिति बनती है तो गाजे-बाजे के साथ घोषणा करेंगे। राजस्थान की स्थितियों के बाद कांग्रेस से समर्थन वापस लेने या नहीं लेने पर बात नहीं हुई है और ना ही मायावती की तरफ से कोई संदेश मिला है। हालांकि उन्होंने ये जरूर कहा कि मायावती ने ही कांग्रेस को समर्थन दिया है और वहीं उसे वापस ले सकती हैं।
बसपा विधायक रामबाई ने कहा
वही दमोह जिले की पथारिया से बसपा विधायक रामबाई ने कहा वो मरते दम तक मायावती के साथ रहेंगी। उनका जो आदेश होगा उसका पालन किया जाएगा।
मध्यप्रदेश में भी चुनावों की सुगबुगाहट तेज है, ऐसे में अगर मायावती अपना समर्थन वापस लेती हैं तो कमलनाथ सरकार के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं। कमलनाथ सरकार को समर्थन दे रहे निर्दलीय विधायक पहले कई बार सरकार के विरुद्ध नाराजगी भी जाहिर कर चुके हैं। बता दें कि मप्र की कमलनाथ सरकार के पास 114 सीटें हैं और जबकि उन्हें बसपा के 2, सपा का एक और निर्दलीय 4 विधायकों का समर्थन प्राप्त है।