Edited By Vikas kumar, Updated: 18 Nov, 2018 12:05 PM
विधानसभा चुनाव में जनसंपर्क के दौरान सभी नेताओं को जनता की नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है। कही काले झंडे दिखाए जा रहे है, तो कहीं वापस जाओ के नारे तो कहीं पोस्टर लगाकर क्षेत्र...
खरगोन: विधानसभा चुनाव में जनसंपर्क के दौरान सभी नेताओं को जनता की नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है। कही काले झंडे दिखाए जा रहे है, तो कहीं वापस जाओ के नारे तो कहीं पोस्टर लगाकर क्षेत्र में ना आने की बात कही जा रही है। ऐसा ही एक नजारा खरगोन की भगवानपुरा विधानसभा सीट पर देखने को मिला। यहां गांव के लोगों ने किसी भी राजनीतिक दल के लोगों को गांव में ना घुसने की चेतावनी दी है। इसके लिए रोड नहीं तो वोट नहीं के पर्चे भी क्षेत्र में लगवाए गए है।
बीते दिन शनिवार शाम भगवानपुरा विधानसभा से बीजेपी प्रत्याशी और पूर्व विधायक जमना सिंह सोलंकी जनसंपर्क के लिए गांव में पहुंचे। जहां उन्हें जनता के आक्रोष का सामना करना पड़ा। यहां जमना सिंह को युवकों ने घेर लिया और पेयजल, स्वच्छता व सड़क को लेकर सवाल पूछने लगे। इसके बाद युवकों ने बीते पांच सालों का हिसाब भी मांगा।
इसके बाद ग्रामीणों ने विरोध करते हुए कहा कि, चुनाव आते ही नेता वोट मांगने के लिए आ जाते हैं। लेकिन उसके बाद गांव में आना पसंद नहीं करते हैं। सरकार पहले हमारी समस्याओं का निश्चित हल बताए फिर वोट मांगे। ग्रामीणों ने किसी भी राजनीतिक दल के लोगों को गांव में नहीं घुसने देने की चेतावनी भी दी है। ग्रामीणों ने गांव के हर घर के दरवाजों पर एक पर्चा चिपका दिया है, जिस पर लिखा है 'हम मतदान नहीं करेंगे, रोड नहीं तो वोट नहीं। ग्रामीणों ने यह भी लिखा है कि 'शायद शासन-प्रशासन हमारे गांव के मतदाताओं की मांग के प्रति गंभीर नही है, इसलिए हमने वोट नहीं देने का निर्णय लिया है।