Edited By Himansh sharma, Updated: 09 Aug, 2025 04:03 PM

रक्षाबंधन के पावन अवसर पर इंदौर की सेंट्रल जेल में बंदियों और उनके परिजनों के बीच भावनात्मक माहौल देखने को मिला।
इंदौर। (सचिन बहरानी): रक्षाबंधन के पावन अवसर पर इंदौर की सेंट्रल जेल में बंदियों और उनके परिजनों के बीच भावनात्मक माहौल देखने को मिला। जेल अधीक्षक अलका सोनकर ने बताया कि वरिष्ठ अधिकारियों के आशीर्वाद और जेल प्रशासन के प्रयासों से इस वर्ष पर्व की व्यवस्थाएं बेहद सुव्यवस्थित रहीं। उन्होंने कहा कि अब तक लगभग 600 बंदी अपने परिजनों से मिल चुके हैं। माहौल ऐसा था मानो मेला लगा हो, जहां बहनें राखी बांधते समय भावुक भी हुईं और खुश भी।
जेल प्रशासन की ओर से पूजा की थाली, मिठाई और राखी की विशेष व्यवस्था की गई। महिलाओं और परिवारजनों के लिए पर्याप्त मात्रा में पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराई गई। सुरक्षा और अनुशासन बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन के सहयोग से पर्याप्त बल तैनात किया गया।
अलका सोनकर ने बताया कि सभी अधिकारी और कर्मचारी इस आयोजन में पूरी तत्परता से लगे रहे, ताकि किसी भी परिजन या बंदी को असुविधा न हो। महिलाओं को उनके भाइयों से मिलने का पूरा अवसर दिया गया। इस दौरान बंदियों और उनके परिवारों के बीच लंबे समय बाद मुलाकात का सुखद क्षण देखने को मिला।
जेल परिसर में सजावट और स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया गया। इस आयोजन ने न केवल बंदियों के लिए परिवार जैसा माहौल बनाया, बल्कि त्योहार के मूल संदेश—प्यार, भाईचारे और सुरक्षा—को भी जीवंत कर दिया। रक्षाबंधन का यह पर्व एक बार फिर साबित कर गया कि रिश्तों की डोर जेल की दीवारों को भी पार कर सकती है।