Edited By Vikas kumar, Updated: 18 Oct, 2019 12:06 PM
कमलनाथ सरकार के द्वारा भोपाल नगर निगम को दो भागों में बांटने को लेकर बीजेपी लगातार विरोध कर रही है। इसी क्रम में भोपाल से सांसद साध्वी प्रज्ञा ने कहा है कि विभाजन से किसी समु...
भोपाल: कमलनाथ सरकार के द्वारा भोपाल नगर निगम को दो भागों में बांटने को लेकर बीजेपी लगातार विरोध कर रही है। इसी क्रम में भोपाल से सांसद साध्वी प्रज्ञा ने कहा है कि विभाजन से किसी समुदाय का लाभ लिया जाना पूरे भोपाल की जनता और प्रजातंत्र के खिलाफ है। साध्वी प्रज्ञा ने कमलनाथ सरकार के इस प्रस्ताव को गलत बताया है।
दरअसल नगर निगम को दो भागों में बांटे जाने को लेकर भोपाल कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने लोगों से राय मांगी है। जिसके चलते सांसद साध्वी प्रज्ञा ने कलेक्टर को पत्र लिखकर विभाजन पर आपत्ति जताई है। साध्वी प्रज्ञा ने पत्र में लिखा है कि भोपाल मध्य प्रदेश की राजधानी है। भोपाल नगर निगम के 85 वार्डों को विभाजित कर छोटे दो निगम बनाए जाने से किसी समुदाय को लाभ दिया जाना भोपाल की जनता तथा प्रजातंत्र के खिलाफ है। प्रज्ञा ने आगे लिखा है कि ‘भोपाल शहर सांप्रदायिक सौहार्द के प्रतीक के रूप में देखा जाता है। निगम के विभाजन से सांप्रदायिक सौहार्द भी बिगड़ेगा। वैमनस्यता फैलेगी।' वहीं 'केंद्र सरकार द्वारा भोपाल के विकास के लिए अलग-अलग योजनाओं में दी जाने वाली धनराशि का समुचित इस्तेमाल नहीं हो सकेगा।'
प्रज्ञा ने आगे लिखा है कि ' भोपाल नगर निगम का दो भागों में बांटा जाना भोपाल शहर के विभाजन की शुरुआत होगी। साथ ही संप्रदाय, झील, पार्क, शहर की धरोहर, धार्मिक एवं सांस्कृतिक स्थल सब के विकास का अलग-अलग मापदंड हो जाएगा। जबकि इंदौर नगर-निगम भोपाल से कहीं ज्यादा बड़ा है लेकिन उसे भी दो भागों में विभाजित नहीं किया जा रहा है। कुछ निहित स्वार्थ के कारण भोपाल नगर-निगम को दो भागों में विभाजित करने की कार्रवाई सही नहीं है।'