Edited By meena, Updated: 08 Jun, 2020 05:04 PM
मध्य प्रदेश में आने वाले विधानसभा उपचुनावों को देखते हुए तैयारियां शुरु कर दी है। प्रदेश की 24 सीटों पर जीच हासिल करने के लिए बीजेपी ने संचालन समिति और प्रबंध समिति का गठन किया है। इसमें आजकर मध्य प्रदेश की राजनीतिक सुर्खियों में बने ज्योतिरादित्य...
भोपाल(इजहार हसन खान): मध्य प्रदेश में आने वाले विधानसभा उपचुनावों को देखते हुए तैयारियां शुरु कर दी है। प्रदेश की 24 सीटों पर जीच हासिल करने के लिए बीजेपी ने संचालन समिति और प्रबंध समिति का गठन किया है। इसमें आजकर मध्य प्रदेश की राजनीतिक सुर्खियों में बने ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम तो शामिल है लेकिन उनके समर्थकों को शामिल नहीं किया गया है। इसे लेकर कांग्रेस के मीडिया कोऑर्डिनेटर नरेंद्र सलूजा ने बीजेपी पर कटाक्ष किया है। सलूजा का कहना है कि जो श्रीमंत ख़ुद को शिवराज के समकक्ष बताकर भाजपा कार्यालय में एक और एक ग्यारह बता रहे थे, उनको पार्टी में उनका स्थान व महत्व बता दिया।
जानकारी के अनुसार, बीजेपी ने विधानसभा सीटों के प्रभारियों की नियुक्ति के बाद अब उपचुनाव के लिए संचालन समिति और प्रबंध समिति का गठन किया है। इसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रह्लाद पटेल, राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित 22 सदस्यों को शामिल किया गया है। वहीं, प्रबंध समिति में पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह को संयोजक बनाया गया है। इस समिति में कुल 18 सदस्य शामिल हैं। खास बात यह है कि बीजेपी की इस समिति में सिंधिया को तो शामिल किया गया है, लेकिन उनके समर्थक नेताओं को एंट्री नहीं मिल सकी है जबकि शिवराज सरकार की सत्ता में वापसी सिंधिया समर्थक विधायकों के चलते ही हुई है।
कांग्रेस का हमला
उपचुनावों को लेकर बनाई गई भाजपा की संचालन समिति को लेकर कांग्रेस हमलावर हो गई है। मीडिया कोऑर्डिनेटर नरेंद्र सलूजा ने कटाक्ष करते हुए कहा कि जो श्रीमंत ख़ुद को शिवराज के समकक्ष बताकर भाजपा कार्यालय में एक और एक ग्यारह बता रहे थे, उनको पार्टी में उनका स्थान व महत्व बता दिया। सिंधिया का नाम उनके घोर विरोधी कैलाश विजयवर्गीय के भी बाद छठवें नंबर पर है। वहीं महल विरोधी जयभान पवैया का नाम भी साथ साथ में हैं। इतना ही नहीं सुपर CM का नाम 12 वे नं पर है। बीजेपी के दिग्गज कहलाए जाने वाले उमा भारती, सुमित्रा महाजन , सत्यनारायण जटीया , विक्रम वर्मा, नंदू चौहान ग़ायब है। इस सूची में तो श्रीमंत के एक भी समर्थक का नाम नहीं है?