Edited By Vikas kumar, Updated: 05 Sep, 2019 02:30 PM
मध्य प्रदेश की राजनीति में इन दिनों सियासी खलबली मची हुई है। पार्टी के ही नेताओं और मंत्रियों ने एक दूसरे के खिलाफ बयानबजी कर अपनी ही सरकार को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है। प्रदेश अध्यक्ष नियुक्ति से शुरू हुआ बवाल सिंधिया समर्थकों की नाराजगी...
भोपाल: मध्य प्रदेश की राजनीति में इन दिनों सियासी खलबली मची हुई है। पार्टी के ही नेताओं और मंत्रियों ने एक दूसरे के खिलाफ बयानबजी कर अपनी ही सरकार को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है। प्रदेश अध्यक्ष नियुक्ति से शुरू हुआ बवाल सिंधिया समर्थकों की नाराजगी से होता हुआ दिग्विजय सिंह तक पहुंचा। इस पूरे घमासान ने विपक्ष को सरकार पर हमला करने का बड़ा अवसर दे दिया है। मप्र के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने हमला करते हुए कहा है कि सीएम कमलनाथ सरकार चलाने के काबिल नहीं हैं।
जिसने पाप न किया हो, वह पहला पत्थर मारे
दरअसल, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर तंज कसा है। शिवराज सिंह ने तंज कसते हुए कहा कि कमलनाथ सरकार चलने के काबिल नहीं है। कौन किसको बर्खास्त करे, अभी तो यही समझ में नहीं आ रहा है। शिवराज ने कांग्रेस पर चुटकी लेते हुए कहा कि पहले तो यह पता चलना चाहिए कि सरकार चला कौन रहा है। जिसने पाप न किया हो, वह पहला पत्थर मारे। सवाल यही है कि पहला पत्थर कौन मारे।
वहीं, शिक्षक दिवस 5 सितम्बर से बदलकर 6 सितम्बर करने पर शिवराज ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। शिवराज ने कहा कि डॉ. राधाकृष्णन जी के जन्मदिन पर पूरा देश शिक्षक दिवस मनाता है, लेकिन मुख्यमंत्री कमलनाथ के मंत्री के पास समय नहीं है। इसलिए वो 5 को नहीं, 6 सितंबर को शिक्षक दिवस मनायेंगे। अब यह अंधेर ही देखना बाकी था। शिवराज ने प्रदेश में कांग्रेस सरकार के भविष्य की स्थिति पर बात करते हुए कहा कि भाजपा पार्टी ने तय किया था कि हम किसी सरकार को जोड़ तोड़ से नहीं गिराऐंगे। कांग्रेस का जोड़ा तोड़ा बहुमत है तो भी वह सरकार चलाए लेकिन अब तो ऐसा लगता है कि सरकार गिराने के लिए और किसी की जरुरत नहीं है।