Edited By meena, Updated: 26 Dec, 2019 02:06 PM
एनआरसी और सीएए को लेकर देश भर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इस कानून के विरोध में कई तरह प्रतिक्रियाएं सामने आ रही है। बुधवार को जहां एक और कमलनाथ सरकार ने पैदल मार्च किया वहीं दूसरी ओर लेखिका और...
भोपाल: एनआरसी और सीएए को लेकर देश भर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इस कानून के विरोध में कई तरह प्रतिक्रियाएं सामने आ रही है। बुधवार को जहां एक और कमलनाथ सरकार ने पैदल मार्च किया वहीं दूसरी ओर लेखिका और सामाजिक कार्यकर्ता अरुंधति रॉय का एक बयान विवादों में आ गया है। इस पर शिवराज ने बड़ा हमला बोलते हुए कहा है अरुंधती जी को शर्म आनी चाहिए।
अरुंधति रॉय के सीएए और एनआरसी को लेकर दिए बयान को लेकर शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करते हुए कहा कि, अगर यही हमारे देश के बुद्धिजीवी है तो पहले हमें ऐसे ‘बुद्धिजीवियों’ का रजिस्टर बनाना चाहिए! वैसे उन्होंने ने अपना नाम तो बता ही दिया, साथ में ये भी बता दिया कि उन्हें कंग-फ़ू की भी जानकारी है। अरुंधती रॉय को शर्म आनी चाहिए! ऐसे बयान देश के साथ विश्वासघात नहीं है तो क्या है?
दरअसल, अरुंधति रॉय CAA के विरोध में बुधवार को दिल्ली यूनिवर्सिटी में छात्रों का साथ देने पहुंची। बताया जा रहा है कि इस दौरान उन्होंने कहा 'एनपीआर भी एनआरसी का ही हिस्सा है, एनपीआर के लिए जब सरकारी कर्मचारी जानकारी मांगने आपके घर आएं तो उन्हें अपना नाम रंगा बिल्ला-कुंगफू कुट्टला बताइए., अपने घर का पता देने के बजाए प्रधानमंत्री के घर का पता लिखवाएं'। वे यही नहीं रुकी उन्होंने आगे कहा कि, ‘नार्थ ईस्ट में जब बाढ़ आती है तो मां अपने बच्चों को बचाने से पहले अपने नागरिकता के साथ दस्तावेजों को बचाती है, क्योंकि उसे मालूम है कि अगर कागज बाढ़ में बह गए तो फिर उसका भी यहां रहना मुश्किल हो जाएगा’।