Edited By Jagdev Singh, Updated: 12 Dec, 2019 02:49 PM
मध्य प्रदेश में माफियाओं के हौसलें बुुलंद हैं। इसी बीच शिवपुरी जिले के करैरा तहसील के खोड़ चौकी क्षेत्र में पत्थर माफियाओं ने वन विभाग की टीम पर हमला कर दिया। इससे डिप्टी रेंजर मोहन स्वरूप गुप्ता और उनके साथी नीरज राजोरिया के सिर में गंभीर चोटें आईं...
शिवपुरी: मध्य प्रदेश में माफियाओं के हौसलें बुुलंद हैं। इसी बीच शिवपुरी जिले के करैरा तहसील के खोड़ चौकी क्षेत्र में पत्थर माफियाओं ने वन विभाग की टीम पर हमला कर दिया। इससे डिप्टी रेंजर मोहन स्वरूप गुप्ता और उनके साथी नीरज राजोरिया के सिर में गंभीर चोटें आईं हैं। उन्हें जिला अस्पताल शिवपुरी में भर्ती कराया गया है।
यह घटना बुधवार रात 11 बजे की है। अमोला सब रेंज प्रभारी डिप्टी रेंजर मोहन स्वरूप गुप्ता समेत वनरक्षकों ने पत्थर खदानों से अवैध खनन कर लौट रहे ट्रैक्टर को रोकने की कोशिश की, इस पर माफियाओं ने उन पर हमला कर दिया। डिप्टी रेंजर मोहन स्वरूप गुप्ता को मुखबिर से सूचना मिली कि कुछ लोग करमई के जंगल में पत्थर की खदान से अवैध पत्थर भरकर ट्रैक्टर से परिवहन कर रहे हैं। इस पर डिप्टी रेंजर दल बल के साथ कार्रवाई करने मौके पर पहुंचे। जबतक वह घटनास्थल पर पहुंचते तबतक खनन माफिया अपने ट्रैक्टर को तेज गति से भगाते हुए नावली गांव के अंदर ले गए।
वन विभाग की टीम जैसे ही ट्रैक्टर का पीछा करती हुई पत्थरों से लदे ट्रैक्टरों तक पहुंची। चालक ने ट्रैक्टर मालिक एवं अन्य खनन माफियाओं को इसकी सूचना दे दी। इस पर खनन माफिया कार से पहुंचे और वन विभाग की गाड़ी का रास्ता रोक दिया और चालक पर 315 बोर का देसी कट्टा तान दिया। इसके बाद वन विभाग के कर्मचारियों पर धारदार हथियारों और पत्थरों से हमला कर दिया। डिप्टी रेंजर और वन कर्मचारी जान बचाकर वहां से भागे। माफियाओं ने वन विभाग के वाहन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। इसके बाद खोड पुलिस चौकी पर घटना की जानकारी देते हुए 5 लोगों पर शासकीय कार्य में बाधा एवं जानलेवा हमले जैसी गंभीर धाराओं में प्रकरण पंजीबद्ध करने शिकायत की।