Edited By meena, Updated: 26 Sep, 2019 05:41 PM
छतरपुर के बमीठा में मनरेगा वाटर सैट योजना के तहत बना स्टॉपडैम एक बार फिर टूट गया है। करीब 11लाख 50 हजार की लागत से घूरा ग्राम पंचायत में बेनीगंज बांध के डूब क्षेत्र राहटिया नदी में साल 2017-18 में बने स्टॉपडैम के टूटने से भ्रष्टाचार...
छतरपुर(राजेश चौरसिया): छतरपुर के बमीठा में मनरेगा वाटर सैट योजना के तहत बना स्टॉपडैम एक बार फिर टूट गया है। करीब 11लाख 50 हजार की लागत से घूरा ग्राम पंचायत में बेनीगंज बांध के डूब क्षेत्र राहटिया नदी में साल 2017-18 में बने स्टॉपडैम के टूटने से भ्रष्टाचार की पोल खुल गई है।
स्टॉपडैम का निर्माण ग्राम पंचायत सरपंच फूला अनुरागी, सचिव राम लाल अहिरवार की देखरेख में करवाया गया था। इसके निर्माण कार्य में इस कदर अनियमितताएं बरती गई कि ये स्टॉपडैम दो साल में दो बार टूट कर बह गया।
ग्रामीणों की शिकायतों के मुताबिक स्टॉपडैम बनाने के लिए ग्राम पंचायत घूरा की सरपंच फ़ूला अनुरागी, सचिव राम लाल अहिरवार ने गलत जगह चुनी थी। जहां पर बेनीगंज बांध के पानी का आधा किलोमीटर दूर तक का हिस्सा डूब क्षेत्र में आता है। पंचायत प्रतिनिधियों की मिलीभगत के चलते स्टॉपडैम का निर्माण कार्य भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया और सबूत सबके सामने है। इससे एक साल पहले भी स्टॉपडैम यूं ही टूट गया था। उस दौरान पंचायत ने फिर से मरम्मत कार्य करवाकर जवाबदेही से पल्ला झाड़ लिया था। वहीं इस साल भी स्टॉपडैम के टूटने की किसी भी अधिकारी को अब तक कानोंकान भनक तक नहीं लग पाई है।