Edited By meena, Updated: 05 Dec, 2025 02:35 PM

आदिवासी नेता और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जीवन ठाकुर की मौत को लेकर छत्तीसगढ़ की राजनीति में भूचाल आ गया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने बुधवार को सरकार और जेल...
रायपुर : आदिवासी नेता और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जीवन ठाकुर की मौत को लेकर छत्तीसगढ़ की राजनीति में भूचाल आ गया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने बुधवार को सरकार और जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जीवन ठाकुर को कांग्रेस सरकार के समय वन अधिकार पट्टा मिला था, लेकिन वर्तमान सरकार ने उसे फर्जी बताते हुए उनके खिलाफ झूठी FIR दर्ज कर दी और जेल भेज दिया।
दीपक बैज ने आरोप लगाया कि जेल में जीवन ठाकुर के साथ अमानवीय व्यवहार किया गया। उनके मुताबिक, ना तो उन्हें समय पर भोजन दिया गया और ना ही बीमारी की हालत में उचित इलाज उपलब्ध कराया गया। बैज ने आरोप लगाया कि जेल प्रशासन ने जानबूझकर उनकी सेहत को बिगाड़ा, जिसके चलते उनकी मौत हुई। उन्होंने कहा कि इस घटना से आदिवासी समाज में गहरा आक्रोश है और मामले की निष्पक्ष जांच बेहद जरूरी है। बैज ने मांग की कि जांच के बाद दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने बताया कि वह जल्द ही जीवन ठाकुर के अंतिम संस्कार में शामिल होने कांकेर जाएंगे, जहां आदिवासी नेताओं के साथ इस मुद्दे पर आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे।

बता दें कि जीवन ठाकुर चारामा के पूर्व जनपद अध्यक्ष थे वन अधिकार पट्टा घोटाले में जेल में थे। जेल प्रशासन के अनुसार उनकी तबीयत अचानक बिगड़ी और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। लेकिन कांग्रेस नेता के परिजनों ने जेल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि बिना किसी सूचना के ठाकुर को कांकेर से रायपुर सेंट्रल जेल शिफ्ट किया गया जबकि उनकी तबीयत पहले से ही खराब थी। जीवन ठाकुर अक्टूबर महीने से जेल में बंद थे और 2 दिसंबर को उन्हें रायपुर सेंट्रल जेल शिफ्ट किया गया था।