Edited By meena, Updated: 25 Dec, 2019 06:27 PM
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ आज मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व में संविधान बचाओ शांति मार्च निकाला। इस शांति यात्रा में कमलनाथ सरकार के सभी कैबिनेट मंत्री और प्रदेश कांग्रेस के सभी बड़े नेता शामिल हुए। इसमें शामिल अधिकतर लोग गांधी टोपी पहने और...
भोपाल: नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ आज मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व में संविधान बचाओ शांति मार्च निकाला। इस शांति यात्रा में कमलनाथ सरकार के सभी कैबिनेट मंत्री और प्रदेश कांग्रेस के सभी बड़े नेता शामिल हुए। इसमें शामिल अधिकतर लोग गांधी टोपी पहने और हाथ में तिरंगा लिए हुए थे। लेकिन पहली बार कांग्रेस ने नागरिकता संसोधन कानून का विरोध करने की कारण बताया।
सीएम कमलनाथ ने कहा कि आज जो हमने शांति मार्च किया वह प्रदेश और देश का ध्यान आकर्षित करने के लिए है। इसका मकसद यह बताना है कि किस तरह हमारे संविधान से खिलवाड़ किया जा रहा है। आज जो एनआरसी और सीएए लाया गया है, ये संविधान पर हमला करने वाला कानून है। प्रश्न ये नही है कि इसमें क्या लिखा है, प्रश्न ये है कि इसमें क्या नही लिखा है, जो नही लिखा है। वो इसके दुरुपयोग के दरवाजे खोलता है। कांग्रेस सभी धर्मों को जोड़ने की बात करती है।
मध्यप्रदेश में नहीं लागू होगा यह कानून
नागरिता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ कांग्रेस ने दिल्ली में सत्याग्रह किया था। सीएम कमलनाथ ने यहां कहा था- नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिकता पंजी मध्यप्रदेश में लागू नहीं होगा। उन्होंने कहा कि हमारा प्रदेश नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को ठुकरता है। NRC भी लागू नहीं होगा। यह संविधान के मौलिक सिंद्धात के खिलाफ है। हमारी पहचान हमारे संविधान से है। देश की संस्कृति जोड़ने और रिश्ते बनाने की है। कांग्रेस की भी यही संस्कृति है।