Edited By meena, Updated: 17 Jun, 2022 02:10 PM
पश्चिम विधानसभा युवा कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन बाजपेई ने टिकट न मिलने के बाद अपने 50 पदाधिकारियों के साथ पद से इस्तीफा दे दिया है।
जबलपुर(विवेक तिवारी): पंचायत और निकाय चुनाव से पहले मध्य प्रदेश की सियासत गर्माई हुई है। टिकट वितरण को लेकर कांग्रेस और भाजपा दोनों में ही असंतोष देखने को मिल रहा है। इसी नाराजगी के चलते कहीं कहीं तो इस्तीफों का दौर भी जारी है। इसी कड़ी में जबलपुर के पश्चिम विधानसभा में टिकट वितरण को लेकर कांग्रेसियों में आक्रोश देखा जा रहा है। यहां पर पश्चिम विधानसभा युवा कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन बाजपेई ने टिकट न मिलने के बाद अपने 50 पदाधिकारियों के साथ पद से इस्तीफा दे दिया है।
सचिन बाजपेई का कहना है कि हम इंदिरा गांधी वार्ड से लगातार मेहनत कर रहे थे लेकिन हमारी जगह किसी ऐसे व्यक्ति को टिकट दिया जा रहा है जिसे खुद ही नहीं पता था कि उसको टिकट मिलेगी। अभी हमने अपने पद से इस्तीफा दिया है। अभी हम सब मिलकर रणनीति तैयार करेंगे कि किस तरह से आगे काम करना है, सचिन बाजपेई ने बताया कि हम पश्चिम विधानसभा के विधायक तरुण भनोट के लिए 10 साल से काम कर रहे थे लेकिन जब टिकट की बारी आई तो हमें टिकट नहीं दी गई।
आपको बता दें कि टिकट वितरण को लेकर सिर्फ कांग्रेस में नहीं बीजेपी में भी नाराजगी देखी जा रही है कई बीजेपी कार्यकर्ता सांसद राकेश सिंह के निवास पर जाकर शिकायत भी कर चुके हैं और लिस्ट घोषित होने के पहले ही दोनों दलों में काफी घमासान मचा हुआ है।