Edited By meena, Updated: 04 Dec, 2024 04:48 PM
मध्य प्रदेश में एएसआई योगेश मरावी ने अपनी पत्नी और साली की हत्या कर दी। एएसआई ने किसी पेशेवर हत्यारे की तरह दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया है...
भोपाल (विनीत पाठक) : मध्य प्रदेश में एएसआई योगेश मरावी ने अपनी पत्नी और साली की हत्या कर दी। एएसआई ने किसी पेशेवर हत्यारे की तरह दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया है। पहले फ्लैट की रेकी की फिर नौकरानी का इंतजार किया। दरवाजा खुलते ही तेजधार हथियार से पत्नी और साली पर हमला करके हत्य कर दी। घटना को अंजाम देने के महज 6 मिनट बाद वह भाग निकला। नैनपुर की पिंडरई चौकी पुलिस ने आरोपी को 5 घंटे के बाद घटनास्थल से लगभग 4 सौ किमी दूर मंडला से गिरफ्तार किया है।
पत्नी के चरित्र पर करता था शक
बताया जा रहा है कि पति एएसआई योगेश मरावी और पत्नी विनीता उर्फ गुड़िया के बीच तलाक की बात चल रही थी। पति तलाक नहीं देना चाहता था और पत्नी के साथ मंडला में रहना चाहता था। वहीं पत्नी भोपाल में अपनी बहन के पास रहती थी। आरोपी ने गुस्से में आकर इस जघन्य हत्याकांड को अंजाम दिया। वारदात के पीछे घरेलू कलह के साथ चरित्र शंका की बात भी सामने आ रही है। हालांकि पुलिस का कहना है कि शादी के 10 साल बीतने पर भी संतान नहीं होने पर पति-पत्नी के बीच तनाव बढ़ रहा था। पांच वर्ष से योगेश, विनीता को साथ रहने के लिए मंडला बुला रहा था, लेकिन वह तैयार नहीं हो रही थी।
दीदी सुनते ही खुला फ्लैट का दरवाजा
बताया जा रहा है कि दो दिन पहले योगेश रात को आया था। उसने पत्नी के फ्लैट का दरवाजा खटखटाया था, लेकिन विनीता ने दरवाजा नहीं खोला था। योगेश ने भोपाल के लिए बैहर से टैक्सी किराए पर ली थी। उसने वाहन चालक मोहित को एक होटल में छोड़ दिया था। सुबह वह स्वयं टैक्सी लेकर पहुंचा और टैक्सी सिमी आपार्टमेंट के पीछे खड़ी कर दी थी। उसके बाद वह नौकरानी का इतंजार करने लगा। फ्लैट पर पहुंचकर दरवाजा खटखटाते हुए नौकरानी सेवंती ने दीदी कहकर दरवाजा खटखटाया। सेवंती की आवाज सुनते ही दरवाजा खुल गया। आरोपी अंदर घुसा और ताबड़तोड़ हमला कर दिया। बीच बचाव करने आई साली भी गंभीर घायल हो गई।
कपड़ों पर नहीं मिले खून के निशान
नैनपुर की पिंडरई चौकी प्रभारी राजकुमार हिरकने ने बताया कि घटना के बाद भोपाल पुलिस ने अरोपित एएसआई मरावी के मंडला की तरफ भागने की सूचना दी थी। एसपी रजत सकलेचा ने जिले के सभी थानों को इस मामले में अलर्ट रहने को कहा था। जैसे ही शाम लगभग पांच एएसआई मरावी की टैक्सी वहां पहुंची तो चालक मोहित और योगेश को पुलिस टीम ने हिरासत में ले लिया। जांच के दौरान एएसआई के कपड़ों की खून के निशान नहीं मिले। संभवना जताई जा रही है कि वारदात के बाद उसने कपड़े बदल लिए थे।