Edited By Vikas Tiwari, Updated: 10 Dec, 2025 01:48 PM

छत्तीसगढ़ लोक शिक्षण संचालनालय (DPI) ने एक नया और विवादित निर्देश जारी किया है। अब प्रदेश के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को आवारा कुत्तों पर नजर रखने के साथ ही सांप, बिच्छू और अन्य जहरीले जीव-जंतुओं को स्कूल परिसर में आने से रोकना होगा। DPI ने यह...
रायपुर: छत्तीसगढ़ लोक शिक्षण संचालनालय (DPI) ने एक नया और विवादित निर्देश जारी किया है। अब प्रदेश के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को आवारा कुत्तों पर नजर रखने के साथ ही सांप, बिच्छू और अन्य जहरीले जीव-जंतुओं को स्कूल परिसर में आने से रोकना होगा। DPI ने यह आदेश सभी जिला शिक्षा अधिकारियों, प्राचार्यों और प्रधान पाठकों को भेजा है, जिसमें सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला दिया गया है।
शिक्षक बोले- जहरीले जीव-जंतुओं से हमें कौन बचाएगा?
प्राचार्य और हेडमास्टर इस आदेश से नाराज हैं। उनका कहना है कि यह आदेश बेतुका है शिक्षकों का मुख्य काम पढ़ाना है, न कि कुत्ते पकड़वाना या जहरीले जंतुओं से निपटना.. सांप-बिच्छू जैसे जीवों से शिक्षक खुद खतरे में पड़ेंगे। टीचर्स एसोसिएशन ने भी सरकार पर सवाल उठाए और कहा कि शिक्षकों की गरिमा का ध्यान रखा जाए।
पहले ही कई अतिरिक्त जिम्मेदारियाँ, अब यह नया बोझ
शिक्षकों को पहले ही पढ़ाई के अलावा कई अतिरिक्त कार्य सौंपे गए हैं। मिड-डे मील की गुणवत्ता खराब मिलने पर कार्रवाई, बच्चों का आधार कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, SIR, स्मार्ट कार्ड बनवाना, स्कूल खुलने पर घर-घर जाकर बच्चों को स्कूल भेजने की अपील, स्कूल भवन जर्जर होने या किसी घटना में सीधी जिम्मेदारी शिक्षक पर, अब कुत्तों व जहरीले जीव-जंतुओं की निगरानी की जिम्मेदारी जोड़ने से शिक्षक परेशान हैं।
प्राचार्यों की परेशानी
प्राचार्यों ने कहा कि वे पहले से SIR का काम संभाल रहे हैं, अब डॉग कैचर को बुलाने और स्कूल परिसर पर निगरानी की जिम्मेदारी भी दे दी गई है। इससे मूल कार्य यानी पढ़ाई प्रभावित होगी। जिला शिक्षा अधिकारी विजय टांडे ने कहा कि यह सुप्रीम कोर्ट का आदेश है। सभी प्राचार्य और प्रधान पाठकों को इसका पालन करना अनिवार्य है। आदेश सभी स्कूलों को जारी कर दिया गया है। इस विवादित निर्देश को लेकर प्रदेशभर में शिक्षकों में नाराजगी बढ़ती जा रही है।