Edited By meena, Updated: 01 Oct, 2021 06:22 PM
वैसे तो आपने कई पेट लवर्स देखे होंगे, लेकिन आज हम बात कर रहे हैं एक छोटी सी डॉग लवर्स बच्ची की, जिसने अपने गुल्लक में एक एक पैसा जोड़कर, एक ब्लैक कलर का लेब्राडोर डॉग खरीदा, लेकिन घरवालों द्वारा पपी को छोड़ने और पालने से मना करने से, वह इतना नाराज हो...
इंदौर(सचिन बहरानी): वैसे तो आपने कई पेट लवर्स देखे होंगे, लेकिन आज हम बात कर रहे हैं एक छोटी सी डॉग लवर्स बच्ची की, जिसने अपने गुल्लक में एक एक पैसा जोड़कर, एक ब्लैक कलर का लेब्राडोर डॉग खरीदा, लेकिन घरवालों द्वारा पपी को छोड़ने और पालने से मना करने से, वह इतना नाराज हो गई कि पपी को साथ लेकर वह धार से इंदोर आ गई, बच्ची का कहना है कि वह पपी के बिना नहीं रह सकती है।
वैसे तो इंदौर पुलिस अपने कारनामों के कारण हमेशा विवादों में घिरी रहती है लेकिन कल पुलिस का एक अच्छा रूप सामने आया। दरअसल इंदौर के छत्रीपुरा थाना क्षेत्र के गंगवाल बस स्टैंड पर कॉन्स्टेबल सुलतान सिंह राणा और जोगेश लश्करी ने जब एक बच्ची को रोते हुए देखा। तो उन्होंने बच्ची के पास जाकर बात की तो बच्ची ने अपना नाम मोहिनी शर्मा बताते हुए कहा की वह धार की रहने वाली है और छठी में पढ़ती है। उसके पिता का नाम बसंत शर्मा है। माता-पिता की डांट के बाद वह घर से भाग आई है। बच्ची की गोद में लैब्राडोर भी था जिसके बाद कॉन्स्टेबल बच्ची को थाने लेकर आए। मोबाइल नंबर बताने पर उसके पिता को फोन कर बुलाया गया और बच्ची को सकुशल उसके पिता के सुपुर्द किया गया।
मोहिनी के पिता बसंत शर्मा धार में एक कपड़े की दुकान में काम करते है। उनका कहना है कि उन्हें भी नहीं पता कि मोहिनी कब बिना बताए घर से इंदौर आ गई। बसन्त शर्मा ने अपनी बच्ची के सकुशल मिलने पर इंदौर पुलिस की जमकर तारीफ की और पुलिस के प्रति अपना आभार भी जताया।
डॉगी के प्रति मोहिनी का इतना लगाव देखकर मोहिनी के पिता भी उसे घर पर रखने के लिए राजी हो गए और वह उसे लेकर अपने घर की ओर रवाना हो गए। वही अपने काम के प्रति तत्परता दिखाने और बच्ची को सकुशल पिता के सुपुर्द करने वाले दोनों आरक्षकों को पुलिस कप्तान ने नगद पुरस्कार देने की घोषणा की है।