Edited By Vikas Tiwari, Updated: 01 Dec, 2025 12:44 PM

मध्यप्रदेश में मतदाता सूची सुधार अभियान SIR (Special Intensive Revision) को लेकर केंद्रीय चुनाव आयोग ने गणना पत्रक जमा करने की अंतिम तिथि बढ़ा दी है। हालांकि समय सीमा बढ़ने के बावजूद प्रदेश में 35 से 40 लाख मतदाताओं के नाम हटने की आशंका अभी भी बनी...
भोपाल (इजहार हसन खान): मध्यप्रदेश में मतदाता सूची सुधार अभियान SIR (Special Intensive Revision) को लेकर केंद्रीय चुनाव आयोग ने गणना पत्रक जमा करने की अंतिम तिथि बढ़ा दी है। हालांकि समय सीमा बढ़ने के बावजूद प्रदेश में 35 से 40 लाख मतदाताओं के नाम हटने की आशंका अभी भी बनी हुई है।

चुनाव आयोग के सूत्रों ने बताया कि SIR प्रक्रिया के बाद राज्य से जो आंकड़े सामने आए हैं, उनमें बड़ी संख्या में मतदाता अनुपस्थित पाए गए हैं। प्रदेश के 93% से अधिक घरों तक गणना पत्रक तो पहुंच गया, लेकिन इनमें से लगभग 7.22% यानी करीब 41 लाख फॉर्म वापस नहीं लौटे। सबसे चिंताजनक स्थिति बड़े शहरों की बताई जा रही है। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और उज्जैन जैसे प्रमुख शहरी जिलों में डिजिटाइज़ेशन की गति बेहद धीमी पाई गई है, जिससे मतदाता सूची अपडेट की प्रक्रिया प्रभावित हो रही है।
मुख्य आंकड़े
- कुल मतदाता (मध्यप्रदेश): 5.74 करोड़
- गणना पत्रक वितरित: 99.91%
- डिजिटाइज़ किए गए फॉर्म: 92.78%
- वापस न लौटे फॉर्म: 7.22% (लगभग 41 लाख)