Edited By Himansh sharma, Updated: 12 Dec, 2025 01:31 PM

छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले से इंसानियत को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है।
रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले से इंसानियत को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक पिता ने अपनी ही 16 साल की बेटी के साथ दो वर्षों तक दरिंदगी की। मामूली-सी बात पर गुस्से में भड़के पिता ने जिस बच्ची को सुरक्षा देने की जिम्मेदारी उठाई थी, उसी का सबसे बड़ा दुश्मन बन बैठा।
पार्क में देख भड़का पिता, घर पहुँचते ही की मारपीट और जबरन गलत काम
जानकारी के मुताबिक, 26 जनवरी 2023 को नाबालिग नए कपड़े पहनकर अपनी सहेलियों के साथ पार्क घूमने गई थी। वहां वह फोटो खींचवा रही थी तभी उसके पिता ने उसे देख लिया। घर लौटते ही पिता आगबबूला हो उठा। पहले तो उसने बेटी को बेरहमी से पीटा और फिर जबरन उसके साथ गलत काम किया। यह पूरा घटनाक्रम बच्ची की जिंदगी का काला अध्याय बन गया।
धमकाकर 2 साल तक करता रहा शोषण
पीड़िता ने विरोध किया तो आरोपी उसे जान से मारने की धमकी देता। कहता— “अगर किसी को बताया, तो पूरे परिवार को खत्म कर दूंगा।”
डरी-सहमी नाबालिग ने यह बात किसी से साझा नहीं की। इसके बाद जब भी घर में कोई नहीं रहता था, वह उसके साथ मारपीट कर दरिंदगी करता था। बच्ची की मजबूरी, डर और दर्द को कोई सुनने वाला नहीं था।
10 दिसंबर 2025 — फिर हुआ हमला, हिम्मत जुटाकर बताई आपबीती
10 दिसंबर को पिता ने फिर उसके साथ वही घिनौना कृत्य किया। इस बार नाबालिग ने डर पर काबू पाते हुए स्कूल जाते समय रास्ते में मिली मां को सारी बात बता दी। मां के होश उड़ गए।
मां और बेटी सीधे महिला थाना पहुंचीं और आरोपी पिता के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने तुरंत आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपी पहले भी बच्चों को छोटी बातों पर पीटता था
परिवार के अनुसार पिता कोई काम नहीं करता था और छोटी-छोटी बातों पर बच्चों को डांटता-पीटता रहता था। उसका व्यवहार पहले से ही हिंसक था, लेकिन वह अपनी ही बेटी का जीवन नर्क बना देगा, यह किसी ने नहीं सोचा था।
पुलिस कार्रवाई जारी
महिला थाना और चक्रधर नगर थाना पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आगे की जांच शुरू कर दी है।
पीड़िता का बयान दर्ज कर मेडिकल जांच कराई गई है। आरोपी को न्यायिक रिमांड पर भेजा जा रहा है।
समाज के लिए सबक
यह घटना फिर एक बार साबित करती है कि कई बार खतरा घर के अंदर से ही होता है। बच्चों के व्यवहार में बदलाव, डर, चुप्पी और असामान्य हरकतें तुरंत समझकर उन पर ध्यान देना जरूरी है।