Edited By Vikas kumar, Updated: 01 Sep, 2019 05:50 PM
बेटी पैदा होने पर एक परिवार ने घर की बहू को घर से बाहर का रास्ता दिखा दिया। इस महिला का कसूर सिर्फ इतना है कि इसने तीन बच्चियों को जन्म दिया है। बच्चियों को जन्म देने के कारण ससुरा...
छतरपुर (राजेश चौरसिया): बेटी पैदा होने पर एक परिवार ने घर की बहू को घर से बाहर का रास्ता दिखा दिया। इस महिला का कसूर सिर्फ इतना है कि इसने तीन बच्चियों को जन्म दिया है। बच्चियों को जन्म देने के कारण ससुराल पक्ष इतना खफा हो गया कि उसने बाहर का रास्ता दिखा दिया। 15 दिन की दुधमुंही बच्ची को लेकर कभी SP कार्यालय तो कभी कलेक्टर कार्यालय जाती है। लेकिन उसके जख्म हरे के हरे हैं।
कांग्रेस नेत्री अनवरी खातून के साथ SP ऑफिस पहुंचने के बाद जब उसे कोई नहीं मिला तो उसने CSP से संपर्क किया गया। उन्होंने महिला को थाने भिजवाकर कार्रवाई का भरोसा दिया। कांग्रेस नेत्री अनवरी खातून ने बताया कि सागर रोड में रहने वाली सीता साहू को उसका ससुराल पक्ष दर-दर की ठोकरें खिलाने के लिए बेबस कर रहा है। 15 दिन पहले सीता ने तीसरी बच्ची को जन्म दिया तो पति सहित सास-ससुर व अन्य सदस्यों ने उसे घर से भगा दिया। घरेलू हिंसा की शिकार सीता को न्याय और आसरे की जरूरत है। उधर सीता साहू का कहना है कि पूर्व में दो पुत्रियों को जन्म दिया था। एक पुत्री की सही परवरिश न होने से उसकी मौत हो चुकी है। 15 दिन पहले फिर एक बच्ची को जन्म दिया है। सीता के मुताबिक उसके ससुर मानिक लाल, जेठ जगदीश, जेठानी नीतू, पति पुष्पेन्द्र सहित सास और देवर लगातार प्रताडि़त कर रहे हैं। अनवरी खातून ने इस पूरे घटनाक्रम से आईजी सागर को अवगत कराया उनके निर्देश पर CSP उमेश शुक्ला एसपी ऑफिस आए और उन्होंने महिला की पीड़ा सुनी। महिला CSP के पैर पकड़कर आसरा दिलाने की गुहार लगा रही थी।
सीएसपी उमेश शुक्ला का कहना है कि 'सीता साहू का मामला पिछले एक साल से थाने में चल रहा है। तत्कालीन सिविल लाइन टीआई विनायक शुक्ला ने इस मामले को सुलझाने का प्रयास किया, पर हल नहीं निकाला। शनिवार की दोपहर यह महिला बच्चे के साथ कार्यालय आई थी। आगे की कार्रवाई के लिए उसे थाने भेजा था। देर रात वह अपनी मां के साथ अपनी ससुराल पहुंची तो विवाद हो गया।'