Edited By meena, Updated: 13 Dec, 2025 04:12 PM

राजधानी भोपाल के सियासी गलियारों में युवा कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर गहमागहमी का माहौल बना हुआ है। अंकित दुबे का आपराधिक रिकॉर्ड होने की वजह से उनका चुनाव शून्य कर दिया गया था। जिसके बाद भारतीय युवा कांग्रेस ने अमित खत्री को कार्यवाहक...
भोपाल (इजहार खान) : राजधानी भोपाल के सियासी गलियारों में युवा कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर गहमागहमी का माहौल बना हुआ है। अंकित दुबे का आपराधिक रिकॉर्ड होने की वजह से उनका चुनाव शून्य कर दिया गया था। जिसके बाद भारतीय युवा कांग्रेस ने अमित खत्री को कार्यवाहक अध्यक्ष नियुक्त किया था। लेकिन इसी बीच उनका विरोध भी शुरु हो गया और अफवाहों का दौर शुरु हो गया कि उनका भी आपराधिक रिकॉर्ड है। उनके खिलाफ कुछ लोगों ने भोपाल में प्रदर्शन भी किया। चुनाव पर खतरे को देखते हुए खुद अमित खत्री ने बयान जारी करते हुए मामले में स्पष्टीकरण दिया है।
अमित खत्री ने कहा विगत दिनों युवा कांग्रेस के चुनाव में अंकित दुबे का आपराधिक रिकॉर्ड होने की वजह से उनका चुनाव शून्य कर दिया गया और भारतीय युवा कांग्रेस द्वारा मुझे कार्यवाहक अध्यक्ष नियुक्त किया गया। भोपाल के कुछ षड्यंत्रकारी नेताओं की अगुआई में मेरे खिलाफ एक भ्रामक प्रचार किया जा रहा है कि थाना बिलखिरिया में मेरे ख़िलाफ़ गंभीर अपराध पंजीबद्ध है जो कि पूर्णता निराधार है।
अमित खत्री ने चेतावनी देते हुए कहा कि मेरे खिलाफ जो लोग षंडयत्र कर रहे हैं और जो प्रदर्शनकारी हैं, मैं उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करूंगा। उन्होंने कहा कि जिस अमित खटीक की वो बात करते हैं उसके पिता का नाम बलराम खटीक है। जबकि मेरा नाम अमित खत्री पिता हीरालाल खत्री है।

बता दें कि मध्य प्रदेश युवक कांग्रेस के संगठनात्मक चुनावों में भोपाल शहर इकाई के अध्यक्ष पद के नतीजों में सबसे अधिक 8,172 वोट हासिल कर अंकित दुबे को विजेता घोषित किया गया था, जबकि दूसरे नंबर पर रहे अमित खत्री को 6,374 वोट मिले थे। लेकिन अमित खत्री ने इस पर आपत्ति जताई थी और चुनाव आयोग और युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व को अंकित दुबे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। अमित खत्री ने आरोप लगाया कि दुबे ने चुनाव से पहले एक दलित युवक के साथ दुर्व्यवहार किया था, जिसके चलते पुलिस ने उनके खिलाफ मामला दर्ज किया था, जिसमें एट्रोसिटी एक्ट (SC/ST अत्याचार निवारण अधिनियम) के तहत कार्रवाई की गई थी।