Edited By meena, Updated: 21 Nov, 2024 08:24 PM
डीएपी खाद के लिए जिलेभर में हाहाकार मचा हुआ है। प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के तमाम दावों के बावजूद किसानों को आसानी से खाद उपलब्ध नहीं हो रहा है...
गुना (मिस्बाह नूर) : डीएपी खाद के लिए जिलेभर में हाहाकार मचा हुआ है। प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के तमाम दावों के बावजूद किसानों को आसानी से खाद उपलब्ध नहीं हो रहा है। आक्रोशित किसानों के सब्र का बांध गुरुवार को उस समय टूट गया जब नानाखेड़ी मंडी में डेढ़ दिन तक कतार में खड़े होने के बावजूद खाली हाथ लौटने की नौबत आ गई तो किसानों ने नानाखेड़ी मंडी के बाहर चक्काजाम लगा दिया, जहां से किसानों को हटाने में प्रशासन के भी पसीने छूट गए।
दरअसल, जिले में डीएपी खाद की दो से तीन रैक आने की खबर मिलते ही नानाखेड़ी मंडी में रविवार से ही किसानों का हुजूम लगा हुआ है और वितरण केंद्र के बाहर जमकर धक्का-मुक्की हो रही है। दो से तीन दिनों तक खाद के लिए इंतजार कर रहे किसानों को गुरुवार तक डीएपी उपलब्ध नहीं हुआ तो उन्होंने नारेबाजी करते हुए मंडी के बाहर नानाखेड़ी और हनुमान चौराहा जाने वाले रास्ते पर चक्काजाम कर दिया। इस दौरान किसानों को समझाइश देने आईं एक महिला अधिकारी से महिला किसानों ने बहस की और खाद की कालाबाजारी करने के आरोप लगाए। महिला किसानों ने अधिकारी से यहां तक कह दिया कि अधिकारी तो नौकरी करके अपना घर चला लेंगे लेकिन किसानों का भरण पोषण कैसे होगा। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल भी तैनात रहा।
किसानों को समझाइश देने के लिए तहसीलदार गौरीशंकर बैरवा पुलिस बल के साथ पहुंचे और काफी देर तक चली बहस के बाद जाम खुलवा दिया गया। इसके अलावा गुना जिले के बागेरी और भौंरा वितरण केंद्र पर जमकर धक्का मुक्की हुई। खास बात यह है कि एक दिन पहले जिले के सबसे बड़े वितरण केंद्र नानाखेड़ी पर पहुंचे कलेक्टर डॉक्टर सत्येंद्र सिंह द्वारा बदली गई व्यवस्थाएं भी काम नहीं आई है। आखिरकार किसानों का सब्र जवाब दे रहा है। इसके अलावा गुना जिले के नेशनल हाईवे स्थित ग्राम पेंची में भी चक्का जाम की खबर सामने आई है। पेंची चाचौड़ा विधायक प्रियंका मीणा का गृह ग्राम भी है।