Edited By Himansh sharma, Updated: 18 Dec, 2025 03:08 PM

जिले में एक ढोलक कलाकार का मामला अचानक सुर्खियों में आ गया है।
सीधी। जिले में एक ढोलक कलाकार का मामला अचानक सुर्खियों में आ गया है। वन विभाग में मास्टर ट्रेनर के रूप में कार्यरत रहे कलाकार अरविंद पटेल ने सांसद डॉ. राजेश मिश्रा पर नौकरी से निकलवाने का गंभीर आरोप लगाते हुए कलेक्ट्रेट परिसर के सामने आत्मदाह की चेतावनी दी है। इस चेतावनी के बाद पुलिस और प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है तथा परिसर की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
पूरा मामला एक वायरल वीडियो के सामने आने के बाद उजागर हुआ, जिसमें कलाकार ने सीधे तौर पर सांसद पर आरोप लगाए हैं। अरविंद पटेल का कहना है कि वह कला के माध्यम से प्रशिक्षण और जन-जागरूकता फैलाने का कार्य कर रहा था, लेकिन बिना किसी गलती के उसे पद से हटा दिया गया।
आश्वासन मिला, फिर भी नौकरी गई
कलाकार का आरोप है कि सांसद डॉ. राजेश मिश्रा ने अपने जीजा डॉ. कैलाश तिवारी के कहने पर उसे हटवाया और उसकी जगह किसी अन्य व्यक्ति को नियुक्त कर दिया गया। पटेल का दावा है कि उसने स्वयं सांसद से बात की थी, जिन्होंने भरोसा दिलाया था कि उसे नौकरी से नहीं हटाया जाएगा। इसके बावजूद करीब तीन महीने पहले उसे कार्य से निकाल दिया गया।
लगातार अनसुनी और मानसिक तनाव से परेशान होकर अब उसने कलेक्ट्रेट के सामने आत्मदाह की चेतावनी दी है, जिससे प्रशासन में हड़कंप मच गया है।
अब सवाल यही है…
क्या एक कलाकार की आवाज़ को सत्ता और सिस्टम के बीच दबा दिया गया? या फिर यह मामला किसी व्यक्तिगत विवाद का परिणाम है?
फिलहाल, कलेक्ट्रेट परिसर में बढ़ी सुरक्षा और कलाकार की चेतावनी ने पूरे जिले में चिंता का माहौल बना दिया है। प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की भूमिका पर अब सबकी नजरें टिकी हैं।