Edited By Vikas Tiwari, Updated: 20 Jan, 2021 03:50 PM
मध्यप्रदेश में CM शिवराज के तमाम आश्वासन के बाद भी रिश्वत का खेल रुक नहीं रहा है, आए दिन युवा अधिकारी इस चंगुल में फंसते जा रहे हैं। ताजा मामला पन्ना जिले के अजयगढ़ तहसील से साम ...
पन्ना (टाइगर खान): मध्यप्रदेश में CM शिवराज के तमाम आश्वासन के बाद भी रिश्वत का खेल रुक नहीं रहा है, आए दिन युवा अधिकारी इस चंगुल में फंसते जा रहे हैं। ताजा मामला पन्ना जिले के अजयगढ़ तहसील से सामने आया है। जहां के तहसीलदार, तहसीलदार कम चुलबुल पांडे ज्यादा नजर आ रहे हैं। इन घूसखोर अफसर का नाम उमेश तिवारी है। जो पन्ना जिले की अजयगढ़ तहसील में तैनात थे, कहते हैं साहब की मनमानी के चर्चे पूरे क्षेत्र में मशहूर थे, और लोग कहा करते थे, कि साहब की चौखट पर तब तक नहीं जाने का, तब तक जेब में कुछ माल न हो।
हुआ यूं, कि इसी बीच साहब के पास एक प्लाट में भवन स्वीकृति का काम आ गया, और अपनी आदत से मजदूर तिवारी जी ने इसके लिए लाख टके की डिमांड कर डाली। पीड़ित पक्ष भी इस मामले को लेकर सीधा लोकायुक्त के दरबार में जा पहुंचा। जहां साहब की ट्रैपिंग की पूरी व्यवस्था पहले से की गई थी, और उन्हें घूस लेते रंगे हाथों पकड़ लिया गया।
बताया जा रहा है कि अंकित मिश्रा नाम के शख्स द्वारा सागर लोकायुक्त में शिकायत की गई थी, कि उनका प्लाट वैध है फिर भी उमेश तिवारी तहसीलदार द्वारा उसमें स्टे करके नामांतरण के लिए एक लाख की रिश्वत मांग रहे हैं। जिससे परेशान होकर उसने सागर लोकायुक्त में शिकायत की जिस पर से कार्रवाई की गई है।
अब जब तहसीलदार साहब की नौकरी जाने के साथ उनके जेल जाने का रास्ता पक्का हो गया है। तो बेचारे देखते ही देखते भीगी बिल्ली बन गए। कहने लगे, कि ये तो साजिश है मेरे खिलाफ। लेकिन किसी ने उनकी एक न सुनी। खैर बढ़िया है, करम तो वाकई उनके ऐसे ही थे। जैसा अब उन्हें मिल रहा है। हालांकि रिश्वत का यह कोई पहला मामला नहीं है। जिसमें इतने बड़े अधिकारी फंसे हों। पन्ना जिले में अगर आंकड़ा देखा जाए। तो सबसे अधिक अधिकारी व कर्मचारी रिश्वत के मामले में ट्रैप हुए हैं। हालांकि इतने बड़े अधिकारी पर कार्यवाही होने के बाद अधिकारियों में हड़कंप जरूर मच गया है।