Edited By Devendra Singh, Updated: 23 Nov, 2022 06:35 PM
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने क्रांतिसूर्य जननायक टंट्या भील मामा के स्मारक पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इसके लिए सीएम शिवराज बुधवार को बड़ौदा अहीर गांव पहुंचे।
भोपाल (विवान तिवारी): खंडवा के पंधाना विधानसभा में क्रांतिसूर्य जननायक टंट्या भील मामा की गौरव यात्रा का शुभारंभ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया। मामा के स्मारक पर श्रद्धा सुमन अर्पित करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधवार को बड़ौदा अहीर गांव पहुंचे। इसके बाद सीएम ने वहा आम सभा भी किया जिसमे पहुंचे आदिवासी बालिकाओं ने नृत्य भी किया। सबसे पहले उन्होंने कार्यक्रम में कन्या पूजन किया। इस दौरान सीएम शिवराज ने कहा कि मंत्री और विधायक की मांग पर सड़क का नाम टंट्या मामा के नाम पर रहेगा। सीएम की अगवानी सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल, पंधाना विधायक राम दंगोरे, विधायक नारायण पटेल, जिला पंचायत अध्यक्ष कंचन तनवे, खंडवा महापौर अमृता यादव सहित अन्य भाजपा नेताओं ने की।
शिवराज ने रथ को दिखाई हरी झंडी
जननायक टंट्या भील मामा की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करने के बाद मुख्यमंत्री चौहान ने जननायक टंट्या भील की गौरव यात्रा रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह रथ खंडवा संसदीय क्षेत्र के विभिन्न ग्रामीण अंचलों में भ्रमण के बाद 4 दिसंबर को पातालपानी पहुंचेगा। पेशा एक्ट पर जनजातीय समाज के लोगो को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वनोपज पर अब सरकार का कोई अधिकार नहीं होगा। अचार की गुठली, महुए का फूल, महुए की गुल्ली, हर्रा, बहेड़ा, आंवला आदि को बीनने और बेचने का अधिकार जनता का ही होगा। इसका मूल्य भी जनता ही तय करेगी। यदि किसी ने छल-कपट या धोखे से जनजातीय भाई-बहनों की जमीन अपने नाम करवाई है तो ग्रामसभा कब्जा वापिस जनजातीय भाई-बहनों को दिलवाएगी।
MP की धरती पर किसी भी हाल में धर्मांतरण का कुचक्र नही चलने दूंगा: शिवराज सिंह
धर्मांतरण को लेकर जनजातीय समाज के सामने बड़ी बात कहते हुए सीएम शिवराज ने साफ तौर पर यह कहा कि मध्यप्रदेश की धरती पर किसी भी हाल में धर्मांतरण का कुछ अगर नहीं चलने दूंगा।विकास कार्यों के लिए अब जनजातीय भाई-बहनों की जमीन उनकी अनुमति के बिना सरकार भी नहीं ले सकेगी। पेसा एक्ट में यह व्यवस्था की गई है कि पटवारी और बीट गार्ड हर साल गांव में आकर ग्रामसभा के बीच खसरे, नक्शे और बी1 की नकल रखेंगे और यह बतायेंगे कि कौन सी जमीन किसके नाम है