Edited By Jagdev Singh, Updated: 23 Mar, 2020 05:49 PM
कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में सरकार गंवाने के बाद अब विपक्ष में बैठने की तैयारी शुरू कर दी है। कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे पीसी शर्मा ने कमलनाथ को अब नेता प्रतिपक्ष बनाने की मांग की है। साथ ही पार्टी हाईकमान से कमलनाथ को...
भोपाल: कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में सरकार गंवाने के बाद अब विपक्ष में बैठने की तैयारी शुरू कर दी है। कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे पीसी शर्मा ने कमलनाथ को अब नेता प्रतिपक्ष बनाने की मांग की है। साथ ही पार्टी हाईकमान से कमलनाथ को प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाए रखने और उन्हीं के नेतृत्व में उपचुनाव लड़ने की पेश की है।
इस बीच मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे के बाद पहली बार कमलनाथ ने दिल्ली में कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की है। उन्होंने सोनिया गांधी को प्रदेश की वर्तमान राजनैतिक परिस्थितियों से अवगत करवाया। कमलनथ ने बताया कि किस तरह प्रदेश में बीजेपी ने प्रलोभन का खेल खेला, साजिश रच कांग्रेस की सरकार को गिराया। कमलनाथ ने मुख्यमंत्री रहते हुए अपनी सरकार के 15 महीनों में किए प्रमुख कामों, जनहितैषी निर्णयों से भी अवगत कराया और बताया कि हमारी सरकार की ओर से निरंतर प्रदेश की तस्वीर बदलने का काम किया जा रहा था, इसी से बौखलाकर और भय से भाजपा ने प्रदेश में खेल खेला।
कमलनाथ ने सोनिया गांधी को अवगत कराया कि पार्टी के विधायकों को बेंगलुरु में बंधक बनाया गया। अपने ही लोगों ने इस खेल में बीजेपी का साथ दिया। उन्होंने सोनिया गांधी को आश्वस्त किया कि प्रदेश में कांग्रेस एकजुट है, उनमें निराशा का भाव नहीं है और वो बीजेपी की हर चुनौतियों का डटकर मुकाबला करेंगे। पीसी शर्मा ने कांग्रेस के पूर्व 22 बागी विधायकों और सपा-बसपा विधायकों को मंत्री बनाने की बीजेपी से मांग की है। बीजेपी में चल रही खींचतान को लेकर कार्यवाहक मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के पहले से 4, 6 गुट थे, अब एक और गुट बढ़ गया है।