Edited By meena, Updated: 12 Jul, 2020 05:08 PM
मध्य प्रदेश में 24 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनावों को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई है। लेकिन इन उपचुनावों में यूपी के कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे की एट्री हो गई है। विकास दुबे के एनकाउंर से जोड़कर पूर्व मंत्री उमंग सिंघार ने एक ट्वीट किया है।...
भोपाल: मध्य प्रदेश में 24 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनावों को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई है। लेकिन इन उपचुनावों में यूपी के कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे की एट्री हो गई है। विकास दुबे के एनकाउंर से जोड़कर पूर्व मंत्री उमंग सिंघार ने एक ट्वीट किया है। इसमें उन्होंने विकास दुबे और उपचुनाव का जिक्र किया है। खास बात ये रही कि इस ट्वीट के कई माइने निकाले जा रहे हैं। भले ही उमंग सिंघार ने ट्वीट कर भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया पर निशाना साधा है। लेकिन कई राजनेता इसे सिंघार और दिग्विजय सिंह के आपसी द्वेष से जोड़कर देख रहे हैं।
उमंग सिंघार ने ट्वीट करते हुए कहा- मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार का एनकाउंटर करने वाला विकास दुबे कौन है। उसका उपचुनाव में हम सबको मिलकर एनकाउंटर करना जरूरी है।
इस बात ये तो सभी भली भांति परिचित हैं कि मध्य प्रदेश की कमलनाल सरकार को गिराने में ज्योतिरादित्य सिंधिया का अहम रोल रहा है। लेकिन इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि बहुत से जानकार कमलनाथ सरकार गिरने के पीछे मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह की राजनीतिक महत्वकांक्षा को भी कारण मानते हैं। इसके लिए उमंग सिंघार ने मध्यप्रदेश के सियासी ड्रामे के बीच एक ट्वीट किया था।
सिंघार ने ट्वीट में लिखा था कि - माननीय कमलनाथ जी की सरकार पूर्ण रूप से सुरक्षित है। यह राज्यसभा में जाने की लड़ाई है, बाकी आप सब समझदार हैं। बता दें कि इस ट्वीट के बाद कहा गया था कि दिग्विजय सिंह पर निशाना है। तब भी इस ट्वीट पर तत्कालिन प्रदेश भाजपा प्रवक्ता लोकेंद्र पाराशर ने रिट्वीट करते हुए लिखा था कि "तमाचा है उन लोगों पर जो आरोप हमारे ऊपर लगा रहे थे...अब कांग्रेसी बताएं कि कमलनाथजी की सरकार को "राजा" गिराना चाहता है या "महाराजा"।" उनका सीधा इशारा दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया पर ही था।
आपको बता दें कि उमंग सिंघार जब मध्यप्रदेश सरकार में वन मंत्री थे तो उन्होंने दिग्विजय सिंह के लेटर पर खुला हमला बोला था। उन्होंने दिग्विजय सिंह पर कई तरह के आरोप लगाए थे इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि दिग्विजय सिंह को मंत्रियों को लेटर लिखने की क्या जरूरत है, पर्दे के पीछे से वो पूरी सरकार चला रहे हैं।