Edited By meena, Updated: 26 Sep, 2019 04:20 PM
सिवनी जिले में अपनी मांगों को लेकर लखनादौन के किसानों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल लिया है और भूख हड़ताल पर बैठ गए है। किसानों का कहना है कि विशेष केन्द्रीय सहायता के माध्यम से वित्तीय वर्ष 2017-18 के दौरान 7 विकास खण्डों के 574 गरीब किसानों को 30...
सिवनी(ब्यूरो): सिवनी जिले में अपनी मांगों को लेकर लखनादौन के किसानों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल लिया है और भूख हड़ताल पर बैठ गए है। किसानों का कहना है कि विशेष केन्द्रीय सहायता के माध्यम से वित्तीय वर्ष 2017-18 के दौरान 7 विकास खण्डों के 574 गरीब किसानों को 30 हजार की शासकीय राशि मंजूर हुई थी। ताकि वे फसलों के लिए विद्युत पंप एवं अन्य सामग्री क्रय कर सके। लेकिन जनपद एवं एमपी एग्रो की मिलीभगत से आज तक योजना की सामग्री नहीं मिल पाई है।
इसी मामले की जांच एवं सरकार द्वारा किसानों के साथ किये जा रहे अन्याय के विरोध में किसान अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हुए थे। वहीं मांगे जल्द पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए सिवनी कलेक्टर प्रवीण अढायच ने लखनादौन सीईओ को आदेश देते हुए कहा कि किसानों के बीच जाकर किसानों की समस्या सुने।
वे किसानों से मिलने पहुंचे आश्वासन देकर भूख हड़ताल समाप्त कराई गई भूख हड़ताल पर बैठे किसानों के द्वारा 9 बिन्दुओं पर नायब तहसीलदार मार्को को ज्ञापन सौंपा गया यह कहकर कि अगर 10-15 दिनों में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई तो पुनः हड़ताल और उग्र आंदोलन किया जाएगा इसकी सारी जबावदारी शासन प्रशासन की होगी।