Edited By meena, Updated: 14 Jul, 2019 03:58 PM
प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के जज्बे के चलते टीबी से पीड़ित भोपाल के 5 बच्चों को नवजीवन मिल गया। राज्यपाल आंनदी बेन ने संकल्प लिया था कि किसी भी तरह इस बीमारी से जूझ रहे इन बच्चों को मौत के मुंह से निकाला जाए। जिसमें वह सफल भी हुईं...
भोपाल: प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के जज्बे के चलते टीबी से पीड़ित भोपाल के 5 बच्चों को नवजीवन मिल गया। राज्यपाल आंनदी बेन ने संकल्प लिया था कि किसी भी तरह इस बीमारी से जूझ रहे इन बच्चों को मौत के मुंह से निकाला जाए। जिसमें वह सफल भी हुईं। उनकी पहल पर भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर व उज्जैन सहित मप्र के अन्य जिलों में भी संस्थाओं और नागरिकों ने करीब एक हजार टीबी मरीजों की देखरेख का संकल्प लिया है।
दरअसल, अस्पतालों में टीबी के रोगियों की दयनिय स्थिति देखकर उन्होंने भोपाल से करीब 8-10 महीने पहले पांच बच्चों को गोद ले लिया था। साथ ही उन्होंने राजभवन सहित प्रदेश के विश्वविद्यालयों से जुड़े अधिकारी-कर्मचारी एवं एनजीओ संचालकों को भी प्रेरित किया। इसके बाद भोपाल में ही 150 मरीजों के लिए लोग आगे आए। ये लोग मरीजों के परिजन के संपर्क में रहकर उनके लिए पौष्टिक आहार चना-मूंगफली दाने, ड्रायफ्रूट व फल आदि का सहयोग देते हैं। उनकी हौसला अफजाई भी करते रहते हैं, जिससे उन्हें निराशा अथवा अवसाद न घेर पाए।
भोपाल दौरे पर पहुंची आनंदी बेन ने बताया कि उनके द्वारा गोद लिए बच्चे अब स्वस्थ है। राजभवन द्वारा प्रकाशित की जा रही दो पुस्तकें 'प्रयास और प्रतिबिंब" का विमोचन इन बच्चों से कराकर उन्हें सम्मानित और हौसला अफजाई करने का अनूठा निर्णय भी लिया गया है।