Edited By Desh sharma, Updated: 11 Dec, 2025 02:50 PM

आरक्षण को लेकर ब्राम्हण समाज की बेटियों पर विवादित टिप्पणी करने वाले IAS सतोष वर्मा का एक और बयान हलचल मचा रहा है। इस बयान के बाद भी बवाल मचना तय है। दरअसल संतोष वर्मा ने इस बार HighCourt पर सवाल खड़ा किया है।
डेस्क (देश शर्मा): आरक्षण को लेकर ब्राम्हण समाज की बेटियों पर विवादित टिप्पणी करने वाले IAS सतोष वर्मा का एक और बयान हलचल मचा रहा है। इस बयान के बाद भी बवाल मचना तय है। दरअसल संतोष वर्मा ने इस बार HighCourt पर सवाल खड़ा किया है।
IAS वर्मा ने हाईकोर्ट पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि SC-ST बच्चे IAS या IPS तो बन जाते हैं लेकिन हाईकोर्ट उन्हें सिविल जज नहीं बनने दे रहा है। इस आरोप के बाद बवाल मचना तय है। उनके इस विवादित बयान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर बहुत ही तेजी के साथ वायरल हो रहा है।
रेस से बाहर करने के लिए SC/ST को इंटरव्यू में 20 नहीं 19.5 नंबर दिए जाते हैं
इस नए वीडियो में IAS संतोष वर्मा HighCourt पर आरोप लगाते हुए कह रहे हैं कि सिविल जज एग्जाम में बैठने वाले ST-ST अभ्यर्थियों का कटऑफ 50 फीसदी है, लेकिन साजिश के तहत उनको 49.95 फीसदी नंबर ही दिए जा रहे। संतोष वर्मा ने रहा कि एससी-एसटी को रेस से बाहर रखने के लिए इंटरव्यू में 20 नहीं, बल्कि 19.5 नंबर दिए जाते हैं।
ज्यूडिशरी में हमारा 'बीज' खत्म किया जा रहा है- संतोष
आईएएस संतोष वर्मा ने एक कार्यक्रम के दौरान मंच से लोगों को संबोधित करते हाइकोर्ट पर सवाल उठाया। संतोष वर्मा ने कहा कि - एससी/एसटी बच्चों को हाईकोर्ट सिविल जज नहीं बनने दे रहा। 50 फीसदी कटऑफ है, लेकिन एससी-एसटी को 49.95 नंबर दिए जा रहे है। इंटरव्यू में उन्हें 19.5 नंबर दिए जाते हैं। सिविल जज का ऐसा कौन सा एग्जाम होता है जिसमें हमारा बच्चा 40 फीसदी और 50 फीसदी मार्क नहीं ला सकता। ये कौन सा नियम है? कौन सा आरक्षण है? ये कौन कर रहा है? संतोष वर्मा ने कहा कि ये हमारा हाइकोर्ट कर रहा है। संतोष वर्मा का बड़ा दावा है कि, 'हाईकोर्ट ही एससी-एसटी को रोक रहा है।' ज्यूडिशरी में हमारा 'बीज' खत्म किया जा रहा है।
IAS संतोष वर्मा का पिछला वीडियो भी सोशल मीडिया पर हुआ था वायरल
वहीं पिछले दिनों संतोष वर्मा का एक और वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इस वीडियो मे आईएएस संतोष वर्मा कह रहे हैं कि 'कितनों को मारोगे, हर घर से संतोष वर्मा निकलेगा, तुम कितनों को जलाओगे, कितनों को निगल जाओगे, अब घर से संतोष निकलेगा। लेकिन अब माननीय हाईकोर्ट को ही कटघरे में खड़ा करना औऱ उसके उपर आरोप लगाना कहीं न कहीं फिर से विवाद को जन्म दे रहा है। इस बयान के बाद भी संतोष वर्मा घिर सकते है।