Edited By meena, Updated: 31 Jul, 2024 04:06 PM
नगर निगम का बजट सत्र का दूसरा दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ गया। आज बजट पर दोनों पक्षों के बीच चर्चा होना थी...
इंदौर (सचिन बहरानी) : नगर निगम का बजट सत्र का दूसरा दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ गया। आज बजट पर दोनों पक्षों के बीच चर्चा होना थी लेकिन एक बार फिर से भाजपा और कांग्रेस के पार्षद आमने सामने आ गए। कांग्रेस के पार्षद जहां अपने सवालों को सदन में नहीं लेने पर हंगामा करते रहे तो वही भाजपा के पार्षद भी अपने तर्क गढ़ते रहे। आक्रोशित कांग्रेस के सभी पार्षद सभापति की आसंदी के सामने धरने पर बैठ गए और नारेबाजी करने लगे। कांग्रेसियों की मांग थी कि बजट पर चर्चा से पहले निगम में हुए भ्रस्टाचार और दोषियों के खिलाफ की गई कार्रवाई पर चर्चा हो। इस हंगामे के बीच सदन की कार्रवाई को दो बार स्थगित करना पड़ा। नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे ने इस दौरान कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं।
वही महापौर पुष्यमित्र भार्गव सहित तमाम भाजपा पार्षदों की मौजूदगी में इंदौर के बजट को बहुमत से पास कर दिया गया। महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस के पार्षद पहले दिन से हंगामा कर रहे हैं लेकिन उन्होंने शहर हित से जुड़े किसी भी मुद्दे को गंभीरता से नहीं लिया और लगातार हंगामा किया। महापौर ने कहा कि निगम ने सामने आए भ्रष्टाचार को लेकर लगातार सख्त कार्रवाई की जा रही है और आगे भी इस तरह की सख्ती जारी रहेगी। महापौर ने कहा कि शहर के हित में जो भी निर्णय लिए गए हैं इसे जल्द ही लागू करेंगे और विकासकार्यों को मूर्त रूप दिया जाएगा।
मुन्नालाल यादव के मुताबिक आज बजट पर चर्चा और प्रश्नकाल था लेकिन भाजपा और कांग्रेस के सभी पार्षदों ने जमकर हंगामा किया। इस दौरान सभी पार्षदों को हिदायत दी गई लेकिन वो नहीं माने, जिसके बाद, सदन की कार्रवाई को दो बार स्थगित करना पड़ा और इसके बाद बहुमत से निगम का बजट पास किया गया है। कुल मिलाकर इस बार भी हंगामे की बीच बजट जरुर पास हो गया है लेकिन शहरहित से जुड़े जिन मुद्दों पर चर्चा होनी थी वे सभी सवाल हंगामे और शोर की भेंट चढ़ गए।