Edited By Vikas kumar, Updated: 29 Jun, 2020 07:44 PM
कोरोना काल में लगातार कर्तव्य निभाते हुए पुलिसकर्मी भी डटे हुए हैं। ऐसे में कई पुलिसकर्मी या तो बीमार पड़ रहे हैं या मानसिक तनाव से गुजर रहे हैं। ऐसे में उनके स्वस्थ और तनाव से उभर ...
खंडवा (निशात सिद्दिकी): कोरोना काल में लगातार कर्तव्य निभाते हुए पुलिसकर्मी भी डटे हुए हैं। ऐसे में कई पुलिसकर्मी या तो बीमार पड़ रहे हैं या मानसिक तनाव से गुजर रहे हैं। ऐसे में उनके स्वस्थ और तनाव से उभरने के लिए उनका ध्यान कौन रखेगा इसी सवाल के चलते पुलिस विभाग ने एक नवाचार किया हैं। इस नवाचार को सखा -सखी नाम दिया गया हैं। जिसमें पुलिसकर्मियों की जोड़ी बनाई जा रही है ताकि वह अपने साथी पुलिसकर्मी के स्वास्थ और अन्य बातों का ध्यान रख सकें। साथ ही किसी तरह की दिक्कत होने पर अपने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित कर अपने साथी की समस्या से उभरने में मदद कर सकता है। खंडवा में भी पुलिसकर्मियों की जोड़ी बनाई गई है।
कोरोना महामारी हो या कोई तीज त्यौहार या फिर सुरक्षा, पुलिसकर्मी हर मौके पर एक कदम आगे खड़े होते हैं। कभी-कभी तो उन्हें लम्बी ड्यूटी करना पड़ता हैं। जिससे उनके स्वास्थ और मस्तिष्क पर बुरा असर पड़ने लगता हैं। जिसके चलते या तो वह गंभीर बीमारी के शिकार हो जाते हैं, या फिर मानसिक तनाव के कारण कोई घातक कदम उठा लेते हैं। इसी को लेकर विभाग ने अपने पुलिसकर्मियों के बारे में सोच कर महकमें को इस समस्या से बचाने के लिए एक नवाचार शुरू किया हैं। जिसमें दो-दो जोड़ी में पुलिसकर्मियों को रखा जाएगा। इसे सखा सखा ,सखी सखी नाम दिया गया हैं। खंडवा एसपी विवेक सिंह ने पुरे जिले के पुलिसकर्मियों की 450 ऐसी जोड़ियां बना दी हैं। जो अपने साथी पुलिसकर्मी के स्वास्थ और अन्य समस्याओं पर एक दूसरे से बात कर उनकी समस्या को दूर करने का प्रयास करेंगे। यानि की पुलिसकर्मी अब अपना दुःख दर्द एक दूसरे से बांट सकेंगे। सखा-सखी नवाचार से पुलिसकर्मी स्वास्थ के साथ ही घर की समस्या को भी साझा करेंगे। खंडवा एसपी विवेक सिंह ने बताया कि सखा सखा-सखी जोड़ी की कोशिश कर साथ में ही ज्यादतर ड्यूटी लगाई जायगी। किसी कारण वश नहीं मिल पाने की स्थिति में ये फोन पर भी चर्चा करेंगे। इसके साथ ही पुलिस की सखा-सखी जोड़ी प्रतिदिन इसकी जानकारी अपने वरिष्ठ अधिकारी को भी देंगे, जिससे उनकी समस्या को दूर किया जा सके।
कोरोना काल हो या अन्य ड्यूटी के दौरान अक्सर पुलिसकर्मी अपने स्वास्थ का ध्यान नहीं रख पाते हैं। साथ ही परिवार को भी समय नहीं दे पाते हैं। ऐसे में वे मानसिक तनाव के शिकार हो जाते हैं। इस तरह की बातें सामने आने पर पुलिसकर्मियों को डिप्रेशन से दूर रखने के लिए पुलिस अधीक्षक ने एक नवाचार किया है। पुलिसकर्मियों के लिए सखा-सखी कार्यक्रम शुरू किया गया है। इस कार्यक्रम के तहत पुलिसकर्मियों को एक-दूसरे से जोड़कर हमदर्द बनाया गया है, जिससे कि वे साथ में रहकर सुख-दुख बांट सकें।