Edited By meena, Updated: 12 Jul, 2024 05:54 PM
भोपाल में नीर नवजीवन परियोजना के शुभारंभ के दौरान बीजेपी के पूर्व राज्यसभा सदस्य रघुनंदन शर्मा ने अपने ही संगठन और सरकार पर तीखा प्रहार किया है...
भोपाल (विनीत पाठक) : भोपाल में नीर नवजीवन परियोजना के शुभारंभ के दौरान बीजेपी के पूर्व राज्यसभा सदस्य रघुनंदन शर्मा ने अपने ही संगठन और सरकार पर तीखा प्रहार किया है। शर्मा ने सीएम डॉ. मोहन यादव से भरे मंच से कहा कि जैसे ये छोटी सी झील के शुद्धिकरण का अभियान चलाया जा रहा है। ठीक उसी प्रकार आपको मध्यप्रदेश के शासन और प्रशासन में भी बहुत शुद्धिकरण का अभियान चलाना है। वहां भी बहुत गंदगी है जो नजर नहीं आती है वो भी पानी के नीचे छिपी गंदगी है मैं प्रार्थना करता हूं कि आप उस गंदगी को दूर करेंगे।
रघुनंदन शर्मा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि आप लोगों ने मेरी घेराबंदी क्यों की है, मैं बचना चाहता था क्योकि ये लोहे से भी ज्यादा कठोर टीम है इससे में घबराता हूं। मैंने नसीहत नहीं दी बल्कि मुख्यमंत्री जी से प्रार्थना की है कि जिस तरह से काफी समय से मध्यप्रदेश शासन के ऐसे लोग हैं जो अपने स्वार्थ के कारण अपनी मनचाही जगह बैठे हैं। अपने घर भर रहे हैं, अपनी सेवा करवा रहे हैं ऐसे सभी लोगों को परख कर अशुद्ध तत्व को बाहर करने की आवश्यकता है। कई बाहरी लोग भी सत्ता में दलाल के रुप में बिचौलियों के रूप में बैठ जाते हैं ऐसे लोगों को दूर करने की जरूरत है। राजनीति के माध्यम से ऐसे तत्व बहुत सक्रिय हुए हैं। उन्हें पनाह मिली हुई है। वो गंदगी नजर नहीं आती है वो तल के नीचे छिपी हुई गंदगी है। उस गंदगी को आप उसे आप तेज इच्छाशक्ति और तेज प्रबल बल के कारण आप उस गंदगी को खत्म कर पाएंगे ऐसा मुझे विश्वास है।
कांग्रेस ने उठाए सवाल
रघुनंदन शर्मा के अपनी ही पार्टी सरकार को दी नसीहत पर कांग्रेस ने चुटकी ली है। पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने बीजेपी के वरिष्ठ नेता रघुनंदन शर्मा को साधुवाद दिया। पटवारी ने कहा कि रघुनंदन शर्मा ने बीजेपी को आईना दिखाया है। पटवारी ने कहा कि प्रदेश में तीन सी © की सरकार है जिसमें कर्ज, क्राइम और करप्शन शामिल है।
वहीं पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने रघुनंदन शर्मा की अपील का ये कहते हुए समर्थन किया है कि रघुनंदन शर्मा जी ने जो कहा है वह बिल्कुल ठीक है, क्योंकि राजनीति में इतना भ्रष्टाचार पनप चुका है कि कहा नहीं जा सकता फिर चाहे व्यापंम घोटाला हो, व्यापंम टू यानी नर्सिंग कॉलेज घोटाला हो, पटवारी शिक्षा भर्ती परीक्षा जैसे मामलों पर उन्होंने बात करते हुए कहा कि हमने नर्सिंग कॉलेज घोटाले की जांच के लिए विधानसभा में मांग रखी थी मगर उस पर किसी भी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई। यहां तक कि सरकारी डिपार्टमेंट में सीबीआई जैसी बड़ी एजेंसी के अधिकारी भ्रष्टाचार के मामले लिप्त पाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा जब तक भ्रष्टाचार करने वालों के खिलाफ नकेल नहीं कसी जाएगी तब तक राजनीति हो या सरकारी डिपार्टमेंट हो इनमें स्वच्छता नहीं आएगी।