Edited By meena, Updated: 02 Nov, 2024 03:07 PM
बैतूल रेलवे स्टेशन पर RPF जवान की सूझ बूझ से एक नाबालिग की जान बच गई। यहां ट्रेन में चढ़ते समय हैंडल से हाथ फिसलने से एक नाबालिग यात्री प्लेटफार्म पर गिरा गया...
बैतूल (विनोद पातरिया) : बैतूल रेलवे स्टेशन पर RPF जवान की सूझ बूझ से एक नाबालिग की जान बच गई। यहां ट्रेन में चढ़ते समय हैंडल से हाथ फिसलने से एक नाबालिग यात्री प्लेटफार्म पर गिरा गया। नाबालिग प्लेटफार्म पर ट्रेन के साथ घिसटते हुए जाने लगा। तभी आरपीएफ जवान और अन्य यात्रियों ने ट्रेन की चपेट में आने के पूर्व बाहर खींच कर उसकी जान बचाई। घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है।
आरपीएफ से मिली जानकारी के अनुसार बैतूल रेलवे स्टेशन पर चलती ट्रेन में चढ़ने की कोशिश करते एक नाबालिग यात्री आरपीएफ जवान की सतर्कता से हादसे का शिकार होने से बच गया। आरपीएफ थाना प्रभारी निरीक्षक राजेश बनकर ने बताया कि ट्रेन नंबर 09589 बैतूल- भंडारकुंड पैसेंजर प्लेटफार्म नंबर एक से जैसे ही अपने गंतव्य स्थान के लिए रवाना हो रही थी कि उसी दौरान एक 13 साल का नाबालिग यात्री निवासी नवेगांव तहसील आमला जिला बैतूल चलती ट्रेन पर चढ़ने की कोशिश करते समय दरवाजे के हैंडल को हाथ से पकडा और संतुलन बिगड़ने से उसका हाथ फिसल जाने से ट्रेन से घसीटता हुआ जा रहा था। उसी समय सादी वर्दी में स्टेशन पर तैनात प्रधान आरक्षक संतोष पटेल ने तत्काल सूझबूझ का परिचय देते हुए दौड़कर नाबालिग यात्री का हाथ पकड़कर सुरक्षित उतार लेने से ट्रेन की चपेट में आने से बचा लिया। ट्रेन मैनेजर के ट्रेन को रोक लेने पर नाबालिग यात्री को ट्रेन में सुरक्षित बैठा दिया।
प्रधान आरक्षक संतोष पटेल के समय पर दौड़कर नाबालिग को सुरक्षित नहीं बचा पाते तो नाबालिग ट्रेन की चपेट में आकर गंभीर हादसे का शिकार हो सकता था। यात्री तथा उसके परिजन के अलावा सह यात्रियों ने आरपीएफ के प्रधान आरक्षक संतोष पटेल के तत्परता से जान बचाने की भूरी-भूरी प्रशंसा की। प्रधान आरक्षक संतोष पटेल ने नाबालिग की जान बचाने का सराहनीय कार्य करने के अलावा आरपीएफ के कर्तव्य को भी पूरा किया हैं।