Edited By Jagdev Singh, Updated: 13 May, 2020 02:01 PM
देशभर में फैली कोरोना महामारी की वजह से लॉकडाउन लगा दिया गया था। अन्य प्रदेशों में रहकर मजदूरी करने वाले लोग वहीं फंसे रह गए। केंद्र व प्रदेश सरकार की पहल से बाहर रह रहे मजदूरों को ट्रेन बस सहित अन्य माध्यमों से वापस लाने का हर संभव प्रयास किया जा...
रीवा (भूपेंद्र सिंह): देशभर में फैली कोरोना महामारी की वजह से लॉकडाउन लगा दिया गया था। अन्य प्रदेशों में रहकर मजदूरी करने वाले लोग वहीं फंसे रह गए। केंद्र व प्रदेश सरकार की पहल से बाहर रह रहे मजदूरों को ट्रेन बस सहित अन्य माध्यमों से वापस लाने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है, लेकिन अब प्रतिदिन हजारों मजदूरों के रीवा आने के बाद संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है। वहीं इसको लेकर आज कांग्रेस नेता सिद्धार्थ तिवारी ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है।
कांग्रेस नेता व पूर्व लोकसभा प्रत्यासी सिद्धार्थ तिवारी ने तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण के प्रति चिंता जाहिर की है। पत्रकारों से चर्चा करते हुए सिदार्थ तिवारी ने कहा की लाखों लोग जो दूसरे राज्यों में रहकर जीवन यापन करते थे। अब उन्हें जिले में ही रोजगार उपलब्ध कराया जाए। साथ ही शहरी क्षेत्र के साथ ही आंचलिक क्षेत्र में भी कोरोना जांच की व्यवस्था की जाए व जांच की संख्या बढ़ाते हुए 250 तक की जाए। साथ ही पंचायतों में मनरेगा के दो लाख से ज्यादा मजदूरों का रोजगार लॉकडाउन हो गया है।
जिले में लगभग 1.26 लाख जॉब कार्डधारक सक्रिय हैं जिसमें 2 लाख से ज्यादा श्रमिकों का पंजीयन है, जिसमें डेढ लाख परिवार सक्रिय है। इसके साथ ही लाखों की संख्या में प्रवासी श्रमिकों की भी घर वापसी हुई है। ये परिवार गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। इन परिवारों के पास आजीविका का कोई दूसरा संसाधन नहीं है। इन मनरेगा श्रमिकों को योजना के अंतर्गत रोजगार सुनिश्रित किया जाए ताकि ये अपने परिवार का भरण पोषण सुचारू रूप से कर सकें।
कांग्रेस नेता सिद्धार्थ तिवारी ने कहा की हजारों श्रमिकों की घर वापसी हुई है जिससे संक्रमण का खतरा और भी बढेगा। अगर इसके लिए तैयारी नहीं हुई तो परिस्थितियां भयावह भी हो सकती हैं। बाहर से आए हर श्रमिक की व्यवस्थित जांच हो और क्वाराटाइन अति आवश्यक है। सेंटरों में कम से कम 250 जांच रोजाना सुनिश्चित की जाएं। बिना सिम्प्टम वाले मरीजों के लिए 200 बिस्तर का अस्पताल अलग से तैयार किया जाए।