Edited By meena, Updated: 24 Jul, 2019 05:07 PM

पठार मोहल्ले में एक महिला द्वारा फांसी लगाए जाने के बाद एक महिला के शव को जब पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल लाने के लिए जब शव वाहन नहीं मिला, तो परिजन ट्रैक्टर ट्रॉली में शव लेकर आने लगे, लेकिन रास्ते ही में ट्रॉली का पहिया निकल गया। ऐसे में जब...
अशोकनगर: पठार मोहल्ले में एक महिला द्वारा फांसी लगाए जाने के बाद एक महिला के शव को जब पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल लाने के लिए जब शव वाहन नहीं मिला, तो परिजन ट्रैक्टर ट्रॉली में शव लेकर आने लगे, लेकिन रास्ते ही में ट्रॉली का पहिया निकल गया। ऐसे में जब दूसरा कोई वाहन नहीं मिला तो नगर पालिका के कचरा वाहन में शव को अस्पताल लाया गया। इस घटना के बाद प्रशासन हरकत में आया और लापरवाह बरतने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई।
जानकारी के अनुसार, पठार मोहल्ले में रहने वाली पूजा 3 महीने की गर्भवती थी। उसके पति ने बताया कि डॉक्टरी जांच में पूजा के बच्चे को मृत बताया इस बात से आहत पूजा ने फांसी लगा ली। वहीं जब उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल ले जाने लगे तो वाहन की सुविधा न होने के कारण उसके परिजन ट्रैक्टर ट्रॉली में शव लेकर आने लगे, लेकिन रास्ते ही में ट्रॉली का पहिया निकल गया। इसके बाद महिला के शव को दूसरे कचरा वाहन में रखा गया और जिला अस्पताल लाया गया।

इंसानियत को शर्मसार करने वाली इस घटना पर सीएम कमलनाथ के ट्वीट के बाद प्रशासन ने लापरवाही बरतने पर नगरपालिका के वाहन प्रभारी विकास शर्मा और रमेश साहू को बर्खास्त करने के आदेश दिए हैं। वहीं पुलिस उपनिरीक्षक भोजराम भगत को लापरवाही बरतने पर निलंबित करने का निर्णय लिया गया है।