Edited By meena, Updated: 05 Sep, 2019 02:50 PM
छतरपुर जिले में एक 80 वर्षीय वृद्ध महिला जमीन नामांतरण की मांग को लेकर कलेक्टर की गाड़ी आगे लेट गई। मामला लवकुशनगर तहसील क्षेत्र के गुढ़ाकला गांव का है। पंचायत सभागार से निकल रहे कलेक्टर की नजर जैसे ही वृद्ध महिला पर पड़ी उन्होंने आगे बढ़कर उसे उठाया।...
छतरपुर: छतरपुर जिले में एक 80 वर्षीय वृद्ध महिला जमीन नामांतरण की मांग को लेकर कलेक्टर की गाड़ी आगे लेट गई। मामला लवकुशनगर तहसील क्षेत्र के गुढ़ाकला गांव का है। पंचायत सभागार से निकल रहे कलेक्टर की नजर जैसे ही वृद्ध महिला पर पड़ी उन्होंने आगे बढ़कर उसे उठाया। महिला की समस्या सुनने के बाद कलेक्टर ने शाम तक जमीन का नामांतरण कराने की बात कही। वहीं लवकुशनगर तहसीलदार का कहना है कि जिस जमीन का नामांतरण महिला कराना चाहती है, वह 21 साल पहले अनुसूचित जाती के लोगों को आवंटित कर दी गई है। इसलिए अब यह नामांतरण हो पाना असंभव है।
जानकारी के अनुसार, लवकुशनगर क्षेत्र में गुढ़ाकला गांव की 80 वर्षीय महिला हसमत खातून अपने बेटे साजिद बख्शी के साथ पहुंची थी और आवेदन दिया लेकिन उसे कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। इस कारण आवेदन देने के बाद बाहर बैठी रही। कलेक्टर बाहर निकले, वे कार मैं बैठ रहे थे। इसी दौरान महिला कलेक्टर के वाहन के सामने लेट गई। कलेक्टर मोहित बुंदस आगे बढ़कर वाहन के पास पहुंचे और महिला की समस्या सुनी। इस दौरान महिला ने बताया कि उसके पति के नाम दर्ज जमीन का उनकी मौत के बाद कई सालों से नामांतरण नहीं हो पा रहा है। इस पर कलेक्टर ने शाम तक नामांतरण करने का आश्वासन देते हुए महिला को अपने हाथों से उठाया और चेयर पर बैठाया।
सालों से लगा काट रहे चक्कर...
वृद्धा हसमत खातून और बेटे साजिद बख्शी ने बताया कि पिता की कई साल पहले मृत्यु हो गई थी। वे कई सालों से लवकुशनगर तहसील के चक्कर लगा रहे हैं। इसके बाद भी पिता के नाम पर दर्ज जमीन वृद्ध मां के नाम नहीं हो पाई है। इस दौरान साजिद ने बताया कि जमीन नामांतरण के नाम पर स्थानीय पटवारी और तहसील के बाबू रुपए भी ले चुके हैं। अब तहसीलदार 10 हजार रुपए की मांग कर रहे हैं। इतनी बड़ी रकम वे नहीं दे सकते इसलिए वे परेशान हैं।