Edited By Vikas kumar, Updated: 08 Jul, 2020 06:44 PM
मध्यप्रदेश बीजेपी की सरकार बनने के बाद और कैबिनेट विस्तार होने के बाद अब पार्टी में दर्द के सुर देखने को मिल रहे हैं, यहां देखें वीडियो...
इंदौर: मध्यप्रदेश बीजेपी की सरकार बनने के बाद और कैबिनेट विस्तार होने के बाद अब पार्टी में दर्द के सुर देखने को मिल रहे हैं। दरअसल 24 सीटों पर होने वाले उपचुनावों को लेकर भाजपा वर्चुअल रैलियां आयोजित कर रही है। वहीं बुधवार को इंदौर के सांवेर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा की वर्चुअल रैली हुई। जिसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल से रैली को संबोधित किया तो वही राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने इंदौर से शामिल होकर रैली को संबोधित किया..
‘कड़वा घूंट पीकर करनी पड़ती है समाज सेवा’
इस वर्चुअल रैली को संबोधित करते हुए कैलाश विजयवर्गीय जहां एक तरफ कार्यकर्ताओं में उत्साह भर रहे थे। तो वहीं दूसरी तरफ उनके संबोधन मनें उनका दर्द भी देखने को मिल रहा था। दरअसल कैलाश विजयवर्गीय ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए नेताओं के साथ काम करने का जिक्र करते हुए कहा कि कई बार कड़वा घूंट पीकर भी समाज सेवा करनी होती है, इसी को राजनीति कहते हैं।
विजयवर्गीय ने किया रैली को संबोधित
वर्चुअल रैली को संबोधित करते हुए कैलाश ने कहा कि कई कार्यकर्ताओं और मेरे जैसे कार्यकर्ता के भी मन में कभी कभी यह विचार आता है कि जिन कांग्रेस के लोगों के साथ हम लड़ते रहे उनके लिए हम कैसे काम करेंगे। मित्रो, राजनीति इसी को कहते हैं। कार्यकर्ताओं को समझाते हुए उन्होने कहा कि यह कांग्रेस का काम नहीं है क्योंकि तुलसी राम सिलावट ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है, भाजपा में सिलावट सिर्फ अकेले नहीं आए हैं अपने साथ विधायकों की फौज लेकर आए हैं। उस फौज के कारण शिवराज सिंह चौहान आज मुख्यमंत्री हैं। शिवराज सिंह लगातार मुख्यमंत्री बने रहें इसके लिए बहुत जरूरी है कि यह सीट हम जीते।
22 विधायकों ने दिया था इस्तीफा
आपको बता दें कि पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कमलनाथ सरकार के 22 विधायकों ने कांग्रेस छोड़ने के साथ ही विधानसभा की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया था। जिसके कारण अब इन सीटों पर उपचुनाव हो रहें हैं।