Edited By Himansh sharma, Updated: 07 Dec, 2025 06:43 PM

कूनो नेशनल पार्क से भटके दो युवा चीतों की मूवमेंट पर सैटेलाइट कॉलर से लगातार नजर रखी जा रही थी
ग्वालियर। कूनो नेशनल पार्क से भटके दो युवा चीतों की मूवमेंट पर सैटेलाइट कॉलर से लगातार नजर रखी जा रही थी, लेकिन रविवार तड़के एक दर्दनाक हादसे ने वन विभाग और वन्यजीव प्रेमियों को झकझोर कर रख दिया।
सुबह करीब 5 बजे, घाटीगांव के सिमरिया मोड़ पर आगरा–मुंबई नेशनल हाईवे पार करते समय तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने एक चीते को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि मादा चीता KG-3 ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
भीड़ जमा हुई, लेकिन वन विभाग ने किसी को पास नहीं आने दिया
हादसा होने की सूचना मिलते ही घाटीगांव थाना पुलिस और वन विभाग की टीमें मौके पर पहुंच गईं। घटनास्थल पर भारी भीड़ जमा हो गई थी, लेकिन वन विभाग ने मौके को पूरी तरह कवर कर लिया और पुलिस तक को नजदीक नहीं आने दिया।
मृत चीते के शव को कूनो भेज दिया गया है, जहां विशेषज्ञों की टीम पोस्टमॉर्टम करेगी।
KG-3 कौन थी?
मादा चीता KG-3
जन्म: कूनो नेशनल पार्क
माता: गामिनी
तेज व युवा शावक, हाल ही में बार–बार जंगल की सीमा से बाहर आ रही थी।
दूसरा चीता अब भी लापता
कूनो से भागे दोनों चीतों की लोकेशन पिछले 24 घंटों से घाटीगांव–सिमरिया जंगल क्षेत्र में मिल रही थी। शनिवार शाम इन दोनों ने मिलकर एक गाय का शिकार भी किया था, जिसके बाद वन विभाग ने क्षेत्र में कैम्प कर लिया था।
अब हादसे के बाद दूसरे चीते की खोज के लिए बड़ा सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
हाईवे पर वाइल्डलाइफ का खतरा बढ़ा
इस घटना ने फिर सवाल खड़े कर दिए हैं— क्या हाईवे पर गति नियंत्रण और वाइल्डलाइफ क्रॉसिंग सिस्टम पर्याप्त है? कूनो से चीतों का लगातार बाहर आना चिंता बढ़ा रहा है।