Edited By Himansh sharma, Updated: 22 Aug, 2025 11:32 AM

आशीष शर्मा, जो कांग्रेस से जुड़े हैं, ने यह चश्मा न केवल अपने पास रखा बल्कि इसे समय के साथ सुरक्षित रखने का पूरा ध्यान रखा।
रीवा। राजनीति के इतिहास में कई बार ऐसे अनमोल पल और चीजें सामने आती हैं, जिन्हें आम लोग शायद ही जानते हों। ऐसा ही एक अनोखा किस्सा मध्य प्रदेश के रीवा जिले से सामने आया है। यहां एक शख्स ने पिछले 34 सालों से पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का चश्मा संभाल कर रखा है।
आशीष शर्मा, जो कांग्रेस से जुड़े हैं, ने यह चश्मा न केवल अपने पास रखा बल्कि इसे समय के साथ सुरक्षित रखने का पूरा ध्यान रखा। उनके परिवार और स्थानीय लोग भी इस चश्मे की अहमियत को जानते हैं। बताया जाता है कि इस दौरान कई बड़े नेता और समृद्ध व्यापारी इस ऐतिहासिक वस्तु को खरीदने के लिए आशीष शर्मा को करोड़ों रुपए तक की पेशकश कर चुके हैं, लेकिन उन्होंने इसे कभी नहीं बेचा।
आशीष शर्मा का कहना है कि यह सिर्फ एक चश्मा नहीं है, बल्कि यह राजनीतिक इतिहास और गांधी परिवार के प्रति उनका सम्मान है। उनके अनुसार, राजीव गांधी के व्यक्तित्व और उनके योगदान को यह चश्मा हमेशा याद दिलाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि इस चश्मे को संभालकर रखने के पीछे उनकी इच्छा थी कि आने वाली पीढ़ियां भी इसे देखकर उस युग की राजनीति और उस समय की भावनाओं को महसूस कर सकें।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की ऐतिहासिक वस्तुएं, चाहे वे छोटे आकार की हों, देश के इतिहास और राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। आशीष शर्मा का यह कदम न केवल वफादारी और सम्मान की मिसाल है, बल्कि यह दर्शाता है कि कभी-कभी सच्ची क़ीमत पैसे में नहीं, बल्कि भावनाओं और इतिहास में होती है।
रीवा के स्थानीय लोग भी इस चश्मे को लेकर गर्व महसूस करते हैं। उनका मानना है कि यह सिर्फ आशीष शर्मा की नहीं, बल्कि पूरे इलाके की ऐतिहासिक धरोहर है। समय बीतने के साथ, यह चश्मा एक सांस्कृतिक और ऐतिहासिक प्रतीक बन गया है, जो राजीव गांधी की यादों को आज भी जिंदा रखता है।