Edited By meena, Updated: 25 May, 2021 10:11 PM
मध्य प्रदेश के सिवनी में 108 एम्बुलेंस के चालक की हठधर्मी सामने आई है। जहां चालक ने सड़क होने के बावजूद भी एंबुलेंस घर तक ले जाने से मना कर दिया। चालक की यह हरकत सिस्टम पर भी सवाल खड़ी करती है कि एक तरफ तो सरकार ग्रामीणों को हर स्वास्थ्य...
सिवनी(काबिज खान): मध्य प्रदेश के सिवनी में 108 एम्बुलेंस के चालक की हठधर्मी सामने आई है। जहां चालक ने सड़क होने के बावजूद भी एंबुलेंस घर तक ले जाने से मना कर दिया। चालक की यह हरकत सिस्टम पर भी सवाल खड़ी करती है कि एक तरफ तो सरकार ग्रामीणों को हर स्वास्थ्य सुविधा देने का दम भरते हैं वहीं स्वास्थ्य सेवाओं की हालत चरमाई हुई है।
मामला सिवनी जिले के लखनादौन के आदिवासी गांव कुड़ारी का है जहां एक बच्चे का घर पर बैलगाड़ी पर बंधी टंकी से पानी निकालने के दौरान पैर फिसल गया और पांव बैलगाड़ी के पहिये में चला गया। इस दौरान उसको अस्पताल ले जाने के लिए जब घरवालों ने 108 पर संपर्क किया तो पहले तो एंबुलेंस एक घंटे की देरी से पहुंची। फिर एंबुलेंस के ड्राइवर ने फोन लगा दिया कि आप अपने मरीज को गांव के बाहर तक ले आओ, हम नहीं आएंगे।
लेकिन लड़के को चोट ज्यादा थी, चलने में भी असमर्थ था और ड्राइवर ने गांव के अंदर आने से मना कर दिया। इस दौरान ड्राइवर ने बोला कि अगर आप अपने मरीज को बाहर नहीं लाएंगे तो वो वापस चला जायेगा। आखिकार घरवाले लड़के को खटिया में लेटाकर गांव के बाहर लेकर गए और उसे एंबुलेंस में अस्पताल के लिए रवाना किया।