Edited By Vikas Tiwari, Updated: 19 Aug, 2025 06:19 PM

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में धर्मांतरण को लेकर एक बार फिर बवाल मच गया। प्रार्थना सभा के नाम पर चल रही चंगाई सभा और धर्म परिवर्तन के आरोपों के बीच प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए भरनी गांव में बने एक अवैध चर्च को ध्वस्त कर दिया।
बिलासपुर: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में धर्मांतरण को लेकर एक बार फिर बवाल मच गया। प्रार्थना सभा के नाम पर चल रही चंगाई सभा और धर्म परिवर्तन के आरोपों के बीच प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए भरनी गांव में बने एक अवैध चर्च को ध्वस्त कर दिया।
धर्मांतरण के आरोपों के बाद कार्रवाई आरोपों के बाद कार्रवाई
हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि गांव में बीमारी ठीक करने और प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराया जा रहा है। इस शिकायत पर पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और सरकारी जमीन पर बने धार्मिक भवन को जमींदोज कर दिया।
देखिए घटना का पूरा वीडियो
पास्टर समेत दो गिरफ्तार
कार्रवाई के दौरान पुलिस ने पास्टर सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया। आरोप है कि चर्च का निर्माण सरकारी भूमि पर कब्जा करके किया गया था और यहां 40 से 50 ग्रामीणों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित किया गया।
संगठन का आरोप.. प्रार्थना सभा में ब्रेनवॉश
हिंदू संगठन के सदस्यों का कहना है कि शुक्रवार और रविवार को होने वाली प्रार्थना सभाओं में लोगों को बुलाकर उनका ब्रेनवॉश किया जाता है। उन्हें लालच और बीमारी ठीक करने का भरोसा देकर धर्मांतरण कराया जाता है।
बता दें कि सकरी थाना पुलिस मामले की जांच में पुष्टि हुई कि भवन सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बना था। इसके बाद प्रशासन ने बुलडोज़र चलाकर भवन को ध्वस्त कर दिया। धर्मांतरण को लेकर बिलासपुर में लगातार विवाद सामने आ रहे हैं। प्रशासन का दावा है कि अवैध निर्माण और धर्मांतरण की गतिविधियों पर सख्ती से कार्रवाई जारी रहेगी।
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