Edited By meena, Updated: 24 Feb, 2021 04:58 PM
कोरोना वायरस एक बार फिर से वापसी कर रहा है। इसके बढ़ते खतरे को देखते मंगलवार शाम हुई क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक के बाद बड़ा फैसला लिया गया है। पिछले साल की तरह ही इस बार भी रंगपंचमी पर शहर में निकलने वाली ऐतिहासिक गेर को नहीं निकलेगी। इस फैसले से एक...
इंदौर(सचिन बहरानी): कोरोना वायरस एक बार फिर से वापसी कर रहा है। इसके बढ़ते खतरे को देखते मंगलवार शाम हुई क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक के बाद बड़ा फैसला लिया गया है। पिछले साल की तरह ही इस बार भी रंगपंचमी पर शहर में निकलने वाली ऐतिहासिक गेर को नहीं निकलेगी। इस फैसले से एक बार फिर 75 साल की परंपरा टूट जाएगी। इससे पहले आपातकाल, दंगों और भीषण सूखे के दौर में भी गेर निकाली गई थी।
कोरोना को लेकर हुई क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की मीटिंग
इंदौर में कोरोना को लेकर क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक की गई। इसके बाद कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि कोरोना केस बढ़ने के बाद कुछ फैसले लिए गए हैं। इसमें सबसे बड़ा फैसला इंदौर में हर साल निकलने वाली गेर यात्रा से सबंधित है। वहीं इसके अलावा मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है। मास्क नहीं पहनने वालों पर स्पॉट फाइन लिया जाएगा।
सोशल डिस्टेंसिंग और सैनिटाइजर अनिवार्य किया गया है। साथ ही सामाजिक और धार्मिक आयोजन को लेकर भी फैसले लिए गए हैं। इनडोर और आउट डोर में 50% क्षमता अनिवार्य की गई है। होटल संचालक सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करवाएंगे। आयोजन के लिए अनुमति लेना अनिवार्य होगा। बड़े आयोजन को अनुमति नहीं दी जाएगी। वहीं अंतिम यात्रा में भी सिर्फ 50 लोग ही जा पाएंगे।