Edited By meena, Updated: 05 Sep, 2020 01:00 PM
मध्यप्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी की आंगनबाड़ी के बच्चों को अंडा बांटने की योजना लागू होने से पहले ही विवादों में आ गई है। मंत्री की घोषणा के बाद जैन समाज इसके विरोध में आ गया है। जैन समाज का कहना है कि शाकाहार बच्चों में अच्छे...
ग्वालियर(अंकुर जैन): मध्यप्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी की आंगनबाड़ी के बच्चों को अंडा बांटने की योजना लागू होने से पहले ही विवादों में आ गई है। मंत्री की घोषणा के बाद जैन समाज इसके विरोध में आ गया है। जैन समाज का कहना है कि शाकाहार बच्चों में अच्छे संस्कार देता है लेकिन मंत्री जी बचपन से ही बच्चों को मांसाहार खिलाकर उनके संस्कार खराब करना चाहती हैं।
जैन समाज के प्रवक्ता ने कहा कि आंगनबाड़ी में सभी समाज के बच्चे पढ़ते हैं। इसलिए कोई भी योजना सभी का ध्यान रखते हुए लागू करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जैन समाज के संत भी हमेशा से शाकाहार की बात करते हैं। इसलिए यदि अंडा दिया जाएगा तो इसका विरोध किया जायेगा।/
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को अंडा परोसने की योजना शुरु करने जा रही है। उनका मानना है कि अंडों से बच्चों में कुपोषण दूर होगा। हालांकि विरोध होने पर उन्होंने यह भी कहा कि जो बच्चे अंडे नहीं खाते उन्हें फल दिए जाएंगे। वहीं बीजेपी के विरोध पर भी उन्होंने दोहराया कि पार्टी में कोई विरोध करता है तो मुझे फर्क नहीं पड़ता।
गुरुवार को जयविलास पैलेस में मीडिया से चर्चा के दौरान उन्होंने कहा था, ''कमलनाथ सरकार थी तब भी कहा था की आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को अंडे परोसे जाएंगे, आज बीजेपी सरकार है तब भी कह रही हूं, कुपोषण खत्म करने के लिए जिस चीज की आवश्यकता होगी वह बच्चों को परोसा जाएगा।''