Edited By Vikas Tiwari, Updated: 04 Dec, 2025 02:19 PM

एमपी के ग्वालियर जिले में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के दौरान छह विधानसभा क्षेत्रों में 1 लाख 23 हजार मतदाताओं के नाम हटाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। बुधवार तक 90% गणना पत्रक डिजिटल कर दिए गए, जिससे मतदाता सूची की स्थिति लगभग स्पष्ट नजर आने लगी है।...
ग्वालियर: एमपी के ग्वालियर जिले में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के दौरान छह विधानसभा क्षेत्रों में 1 लाख 23 हजार मतदाताओं के नाम हटाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। बुधवार तक 90% गणना पत्रक डिजिटल कर दिए गए, जिससे मतदाता सूची की स्थिति लगभग स्पष्ट नजर आने लगी है। सबसे ज्यादा शिफ्टेड मतदाता ग्वालियर पूर्व और ग्वालियर विधानसभा क्षेत्रों में मिले हैं, जहां बड़ी संख्या में मतदाता न तो घर पर मिले और न ही उन्होंने अपने गणना पत्रक लौटाए।
गलत लिंक वोटों में सुधार जारी
डेढ़ लाख से अधिक मतदाताओं के रिकॉर्ड में गलत लिंक जानकारी पाई गई है। कई मतदाता 2003 की सूची में अपना या परिवार के सदस्यों का नाम पहचान नहीं सके, जिससे गलत प्रविष्टियां दर्ज हो गईं। अब इन सभी त्रुटियों को ठीक किया जा रहा है।
दोनों प्रमुख सीटों पर बड़े पैमाने पर कटेंगे नाम
ग्वालियर पूर्व में 33,282 और ग्वालियर विधानसभा में 24,628 मतदाता शिफ्टेड पाए गए। ग्वालियर पूर्व से कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार और ग्वालियर विधानसभा से ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर प्रतिनिधित्व करते हैं। मतदाताओं की यह स्थिति राजनीतिक रूप से भी बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है। सबसे कम शिफ्टेड मतदाता डबरा में 7,627 पाए गए हैं।
नए नाम जोड़ने के लिए प्रक्रिया दोबारा पूरी करनी होगी
शिफ्टेड सूची में गए मतदाताओं को प्रारंभिक प्रकाशन में जगह नहीं मिलेगी। नाम फिर से जोड़ने के लिए उन्हें SIR की पूरी प्रक्रिया से गुजरना होगा। घोषणा पत्र में 2003 में नाम कहां था, यह जानकारी अनिवार्य है, अन्यथा नाम सूची में नहीं जोड़ा जाएगा। ग्वालियर पूर्व 2003 के बाद बनी नई विधानसभा है, जहां बाहर से आकर बसने वालों की संख्या ज्यादा है। यहां मतदाताओं ने गणना पत्रक भरने में कम रुचि दिखाई, जिसके चलते बड़ी संख्या में फॉर्म शिफ्टेड में दर्ज किए गए।
24,821 मृतक मतदाता हटाए जाएंगे
जिले में SIR प्रक्रिया के दौरान 24,821 मृतक मतदाताओं की पहचान की गई है। इनके नाम सूची से हटाए जाएंगे। यह कार्य 4 नवंबर से शुरू हुआ था और अब तक लगभग 90% काम पूरा हो चुका है। महानगरों में ग्वालियर दूसरे स्थान पर है, जबकि भितरवार विधानसभा 100% कार्य पूरा करने वाला पहला क्षेत्र बना है।