Edited By meena, Updated: 04 Aug, 2025 12:11 PM

मध्यप्रदेश में इस बार मानसून सक्रियता के 50 दिन पूरे हो गए हैं...
भोपाल (इजहार हसन) : मध्यप्रदेश में इस बार मानसून सक्रियता के 50 दिन पूरे हो गए हैं। 1 जून को प्रदेश में प्रवेश करने वाला मानसून अब तक सामान्य से अधिक बारिश दे चुका है। जून और जुलाई-दोनों महीनों में औसत से ज्यादा बारिश दर्ज की गई। हालांकि पिछले तीन दिनों से मौसम ने प्रदेश को दो हिस्सों में बांट दिया है। उत्तर-पूर्वी और पूर्वी जिलों जैसे सीधी, सिंगरौली, रीवा और ग्वालियर-चंबल में कुछ जगहों में पिछले 24 घंटों के दौरान 2 से 5 इंच बारिश रिकॉर्ड की गई है। दूसरी ओर राजधानी भोपाल समेत मध्य और पश्चिमी हिस्सों में तीन दिनों से तेज धूप और उमस का मौसम बना हुआ है।
50% ज्यादा बारिश अब तक
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, प्रदेश में 1 जून से 3 अगस्त तक औसतन 722.4 मिमी बारिश हो चुकी है, जबकि इस अवधि में सामान्य बारिश 482 मिमी मानी जाती है। यानी अब तक 50% अधिक वर्षा हो चुकी है। भोपाल जिले की बात करें तो यहां अब तक 711 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो सामान्य (498.5 मिमी) से 43% ज्यादा है।
इन जिलों में येलो अलर्ट जारी
मौसम केंद्र ने सोमवार के लिए ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, छतरपुर और निवाड़ी जिलों में भारी बारिश की चेतावनी के तहत येलो अलर्ट जारी किया है। वहीं भोपाल सहित कई जिलों में अगले तीन से चार दिन भारी वर्षा की कोई संभावना फ़िलहाल नहीं है।
कृषि और जलस्तर के लिहाज से राहत
विशेषज्ञों के मुताबिक, इस बार की अतिरिक्त बारिश जलाशयों और खरीफ फसलों के लिए फायदेमंद मानी जा रही है। हालांकि लंबे समय तक धूप जारी रहने पर नमी की कमी से कुछ क्षेत्रों में फसलों पर असर पड़ सकता है।