Edited By meena, Updated: 26 Jul, 2024 02:31 PM
लंबे समय के बाद जिला प्रशासन ने आखिरकार न्याय नगर की जमीन पर बने अवैध मकान को तोड़ने की कार्रवाई शुरू की...
इंदौर (सचिन बहरानी) : लंबे समय के बाद जिला प्रशासन ने आखिरकार न्याय नगर की जमीन पर बने अवैध मकान को तोड़ने की कार्रवाई शुरू की। तड़के सुबह नगर निगम जिला प्रशासन और पुलिस की टीम यहां पर कार्रवाई के लिए पहुंची। टीम ने जैसे ही कार्रवाई शुरू की तो रहवासियों ने विरोध शुरू कर दिया। कई लोग जेसीबी के सामने लेट गए जबकि कई लोगों ने निगम के अमले पर पथराव कर दिया। वहीं एक महिला ने फंदा लगा लिया। जिस वजह से कार्रवाई कुछ देर तक के लिए प्रभावित हुई। विरोध कर रहे रहवासियों का कहना था कि इन दिनों बारिश का मौसम है और अगले महीने राखी का त्यौहार है। ऐसे में प्रशासन की कार्रवाई अनुचित है।
इसी बीच फांसी लगाने वाली महिला को गंभीर हालत में लोग गोद में उठाकर इलाज के लिए लेकर भागे। महिला के मकान से काफी दूर खड़ी एंबुलेंस के माध्यम एमवाय अस्पताल से ले जाया गया। महिला के फांसी लगाने के बाद उसका मकान नहीं तोड़ा गया। इस घटना के बाद गुस्साए रहवासियों ने पथराव किया और बुलडोजर में जमकर तोड़फोड़ की।
दरअसल जिला प्रशासन ने न्याय नगर को अवैध घोषित किया है। यहां बने 100 से ज्यादा मकानों में रहने वाले लोगों को मकान खाली करने का नोटिस जिला प्रशासन ने पहले ही जारी कर दिया था लेकिन कुछ लोगों ने कोर्ट की शरण ली, जिसके बाद कई लोगों को कोर्ट से स्टे मिल गया। जबकि 35 मकानों के मालिक को कोर्ट से कोई राहत नहीं मिली। इसके बाद आज जिला प्रशासन, नगर निगम और पुलिस की टीम सुबह कार्रवाई के लिए पहुंची और मकानों को तोड़ना शुरू किया।
इस दौरान लोगों ने विरोध शुरू कर दिया। मौके पर मौजूद अधिकारियों ने रहवासियों को समझाइश देकर कार्रवाई को शुरू किया। फिलहाल रिमूवल टीम ने आज 20 से ज्यादा मकानों को तोडा है बाकी लोगों को कुछ दिनों की मोहलत दी है वही आने बचे हुए अवैध मकानों को कोर्ट के आदेश के बाद तोड़ने की कार्रवाई की जाएगी।