Edited By meena, Updated: 10 Oct, 2022 12:27 PM

गुना के कुशमौदा क्षेत्र में स्थित नई बस्ती निवासी 3 वर्षीय मासूम की ट्रेन से कटकर मौत हो गई। यह दर्दनाक हादसा उस समय हुआ, जब बालक का पिता मजदूरी के लिए गया था। मां घर के कामकाज में जुटी थी। हादसे के बाद एक मां का आंचल सूना हो गया है। हृदयविदारक...
गुना(मिस्बाह नूर): गुना के कुशमौदा क्षेत्र में स्थित नई बस्ती निवासी 3 वर्षीय मासूम की ट्रेन से कटकर मौत हो गई। यह दर्दनाक हादसा उस समय हुआ, जब बालक का पिता मजदूरी के लिए गया था। मां घर के कामकाज में जुटी थी। हादसे के बाद एक मां का आंचल सूना हो गया है। हृदयविदारक घटना की जानकारी मिलने पर इलाके में मातम पसरा हुआ है।

कुशमौदा क्षेत्र की नई बस्ती के नजदीक रेलवे ट्रेक है। आसपास घनी आबादी होने के बावजूद यहां सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं है। यही लापरवाही एक मासूम की मौत का कारण बन गई। नई बस्ती में रहने वाले रामलखन का 3 वर्षीय बेटा कान्हा अपनी मां से घर के बाहर खेलने की अनुमति लेकर गया था। मां ने मासूम बेटे को ज्यादा दूर नहीं जाने की हिदायत भी दी थी। लेकिन कान्हा इतना समझदार नहीं था कि वह रेलवे पटरी और रिहायशी बस्ती के बीच का फर्क समझ सके। खेलते-खेलते कान्हा पटरी तक पहुंच गया। इसी दौरान एक ट्रेन निकली, जिसकी चपेट में आने से कान्हा की मौत हो गई। सबसे पहले पड़ोसियों को इस घटना की जानकारी मिली, जिन्होंने कान्हा के परिजनों को पूरे वाकये से अवगत कराया।

हादसे के बाद परिजनों पर दुखों का पहाड़ इस तरह टूटा कि जानकारी मिलते ही कान्हा के पिता और मां बेहोश हो गए। देर रात पुलिस ने बालक के शव को जिला अस्पताल पहुंचाया। जहां महिलाओं व पुरुषों का रुदन देखकर मामले की विभीषिका का अंदाजा लगाया जा सकता था। स्थानीय लोगों ने हादसे के लिए रेलवे को ही जिम्मेदार ठहराया है। जिन्होंने पटरी के पास रिहायशी बस्ती होने के बावजूद तारफेंसिंग या बाउंड्रीवाल नहीं की है। अगर यह ध्यान रखा जाता कि आसपास के लोग गलती से भी ट्रेन की चपेट में आ सकते हैं तो कान्हा जीवित होता और एक मां का आंचल सूना नहीं होता।