Edited By Vikas kumar, Updated: 06 Oct, 2019 12:17 PM
जिले को कुपोषण मुक्त बनाने के लिए जिला प्रशासन ने युद्ध स्तर पर जागरुकता अभियान शुरू करने का फैसला लिया है। कुपोषण के खिलाफ जंग में ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर लोगों को बच्चों के बेह...
सतना (रविशंकर पाठक): जिले को कुपोषण मुक्त बनाने के लिए जिला प्रशासन ने युद्ध स्तर पर जागरुकता अभियान शुरू करने का फैसला लिया है। कुपोषण के खिलाफ जंग में ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर लोगों को बच्चों के बेहतर भविष्य और उनके खान-पान की आदतों को सुधारने पर जोर दिया जा रहा है।
एक सर्वे के मुताबिक सतना जिले के उचेहरा और मझगमा तहसील के कई गांव में बच्चे कुपोषण से ग्रस्त हैं, जिनकी सही से देखभाल न होने से ये आंकड़े और ज्यादा बढ़ सकते हैं। इसी के चलते प्रशासन कुपोषण के खिलाफ लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार है। उंचेहरा के पहाड़ी अंचल की 16 ग्राम पंचायतों में कुपोषण का प्रभाव है और अब कुपोषण को खत्म कैसे किया जाए। इसके लेकर अधिकारी मुस्तैदी से फील्ड में उतर चुके हैं। गांव-गांव में जागरुकता शिविर लगाकर बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया जा रहा है। वहीं महिलाओं को कैसे रहना है, क्या खान-पान लेना है, इन तमाम बातों की जानकारी दी जा रही है।